नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने कहा है कि अगर वो भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ सेलेक्टर होते तो ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को सीमित ओवर के क्रिकेट में वापस बुला लेते. गौरतलब है कि अश्विन ने आखिरी वनडे जून 2017 को खेला था.
अश्विन के मुरीद हैं दिलीप
दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) साल 2006 से 2008 तक भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ सेलेक्टर थे. उनका कहना है कि रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) अपनी बढ़ती उम्र के साथ बेहतर हुए हैं और वो टीम इंडिया (Team India) की जरूरतों के हिसाब से फिट बैठते हैं.
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‘मैं होता तो अश्विन को मौका देता’
दिलीप वेंगसरकर ने संडे एक्सप्रेस से कहा, अगर मैं चीफ सेलेक्टर होता, तो मैं अश्विन को वापस बुला लेता. क्यो नही? क्योंकि वो बेहद अनुभवी गेंदबाज हैं और उनकी बॉलिंग में विविधता है. कहा जाता कि स्पिनर देर से मैच्योर होते और पिछले कुछ सालों में उन्होंने काफी बेतर प्रदर्शन किया है. वो रेड बॉल क्रिकेट में बेहतरीन फॉर्म में हैं. मुझे लगता है कि अगर वो वापस आते हैं तो ये टीम को सूट करेगा.
अश्विन पर विराट का बयान
जब विराट कोहली (Virat Kohli) से मीडिया ने अश्विन को सीमित ओवर के क्रिकेट में मौका देने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा था,‘सवाल पूछते वक्त कुछ तर्क भी होना चाहिए. आप बताओ कि मैं अश्विन को कहां रखूं? टीम में उसके लिए कहां जगह बनती है? वॉशिंगटन पहले ही से टीम में है. सवाल पूछना आसान है लेकिन पहले खुद भी उसका तर्क पता होना चाहिए.’
‘अश्विन और सुंदर की तुलना नहीं’
दिलीप वेंगसरकर जिन्होंने अपने चीफ सेलेक्टर के कार्यकाल में विराट कोहली (Virat Kohli) का चयन किया था, वो खुद भारतीय कप्तान के इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखते. वेंगसरकर का मानना है कि युवा वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) और अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की कोई तुलना नहीं है.