पहले आपको इस पूरे विवाद के बारे में बताते हैं- बांग्लादेश के कप्तान महमुदुल्लाह ने इस मैच में टॉस जीता और पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. न्यूजीलैंड टीम 17.5 ओवर में 5 विकेट खोकर 173 रन बना पाई कि तभी बारिश शुरू हो गई. अब बारिश थमती कि इससे पहले न्यूजीलैंड की पारी समाप्ति की घोषणा कर दी गई. ऐसे मुकाबलों में दूसरी टीम को लक्ष्य देने के लिए डीएलएस का सहारा लिया जाता है. इस मैच में भी यही किया गया लेकिन बांग्लादेश की टीम जब बल्लेबाजी को उतरी तो उसे टारगेट का ही पता नहीं था.
कब शुरू हुआ विवाद
जब बांग्लादेश की पारी शुरू हुई तो टारगेट को लेकर संशय बना रहा यानी बांग्लादेश की टीम को यही नहीं पता था कि उसे जीत के लिए रन कितने बनाने हैं. हालांकि चार गेंद बाद यह बता दिया गया कि उसे जीत के लिए 16 ओवर में 148 रन बनाने हैं, लेकिन कहानी में एक और ट्विस्ट आया. हामिश बेनेट पारी का दूसरा और अपना पहला ओवर फेंक रहे थे इस ओवर की तीन ही गेंद हुई थीं कि एक नया टारगेट सामने आ गया, अब मैच को रोकना पड़ा मैच रेफरी जैफ क्रो ने एक नए टारगेट पर साइन किए. बांग्लादेश को फिर मिला 16 ओवर में जीत के लिए 170 रन का एक मुश्किल सा टारगेट. इस टारगेट को एक बार फिर संशोधित किया गया और 14वें ओवर में इसे 171 रन कर दिया गया. बांग्लादेश की टीम 16 ओवर में 7 विकेट खोकर 142 रन बना सकी और मैच हार गई.
डीएल नियम को लेकर पहले से ही परेशानियां
क्रिकेट में यह नियम बड़ा पेचीदगियों से भरा है. हमेशा चेज करने वाली टीम को यही खतरा बना रहता है कि उसे डीएल नियम से लक्ष्य मिला तो आसान नहीं होगा. इस नियम को लेकर बहुत से क्रिकेटर विरोध तक जता चुके हैं लेकिन फिलहाल और कोई ऑप्शन नहीं हैं तो बारिश या ऐसे किसी नैचरल कारण के चलते मैच रुकने पर दूसरी टीम को टारगेट देने के लिए इसका सहारा लिया जाता है.
मैच रेफरी ने की जल्दबाजी
इस पूरे विवाद में डीएलएस की गलती नजर नहीं आती है, बल्कि इसे फॉलो करने में गलती हो गई. माना जा रहा है कि मैच रेफरी जेफ क्रो दूसरी पारी शुरू कराने की जल्दबाजी में थे. बांग्लादेश के कोच रसेल डोमिंगो ने कहा कि जब वे बांग्लादेश की पारी शुरू होने के बाद मैच रेफरी के कमरे में गए तो वे डीएलएस नियम के तहत संशोधित लक्ष्य का प्रिंट आउट ले रहे थे. हालांकि, आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा कि अंपायरों को संशोधित लक्ष्य बता दिया गया था. हालांकि, उन्हें इसकी शीट नहीं दी गई थी. दूसरे ओवर में यही शीट देने के लिए मैच रोका गया था.