वकीलों के हंगामे के बाद केपुलिस ने जांच का आदेश दे दिया है.
Ujjain,एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. जांच के बाद जैसा भी होगा आगे कार्रवाई की जाएगी.
वकील ने आरोप लगाया था कि शनिवार रात पहले चैकिंग पॉइंट सिंधी कॉलोनी के पास तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक कर पूछताछ की. फिर उन्हें टावर चौराहे पर फिर से रोका गया और इसके बाद उनके साथ भार्गव हार्ट हॉस्पिटल के नीचे उनके परिवारों सहित मारपीट भी की गयी.
टावर चौक पर प्रदर्शन
उस घटना के विरोध में आज वकीलों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. बार काउंसिल के सदस्यों और करणी सेना ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ जमकर हंगामा किया. वकील साहब क्षत्रिय समाज से हैं इसलिए उनका समर्थन करने करणी सेना भी कूद पड़ी. करीब 200 वकीलों और करणी सैनिकों ने टावर चौक ले आस पास घेराबंदी की.बेहोश हुए वकील साहब
एएसपी को ज्ञापन देने के दौरान ऑल इंडिया बार काउंसिल के सदस्य मेहता बेहोश हो गए. उन्हें तत्काल उपच्चार के लिए ले जाया गया.
क्या है मामला
शहर के फ्रीगंज निवासी एडवोकेट गोपाल सिंह हीरावत का कहना है उनकी पत्नी के मायके वाले शनिवार देर रात इंदौर से उज्जैन आ रहे थे. उन्हें सिंधी कॉलोनी चौराहे पर रोका गया और पूछताछ की गई. परिवार ने मुझे कॉल किया मैं मौके पर पहुँचा और पुलिस कर्मियों से हाथ जोड़ते हुए जाने का निवेदन किया. सब वहां निकल गए. लेकिन जब मैं और मेरी पत्नी वहां से लौट रहे थे तब टावर चौक पर हमें रोका गया और मारपीट की गई. हमारे खिलाफ नीलगंगा थाने में गाइड लाइन उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया. हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं.
जांच का आदेश
वकील हीरावत का आरोप है कि पूरे परिवार के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की. लेकिन उल्टे हमारे खिलाफ 188 में मामला दर्ज कर लिया गया. चक्का जाम करते हुए वकीलों ने मानव श्रृंखला भी बनायी. मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. जांच के बाद जैसा भी होगा आगे कार्रवाई की जाएगी.