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- The Bribe Was Sought To Get The Farmer To Occupy His Own Land, Took 15 Thousand Rupees In The Pocket By The Roadside, The Lokayukta Caught
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ग्वालियर3 मिनट पहले
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आरोपी रीडर कुलवेन्द्र सिंह, लोकायुक्त पुलिस की हिरासत में बैठा हुआ, उसे 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है
- जहां था रौब वहीं निकली हैकड़ी, मुंह छिपाते हुए तहसील कार्यालय तक गया रीडर
- चीनोर तहसीलदार का रीडर रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा
लोकायुक्त पुलिस ने तहसीलदार चीनोर के रीडर को उस समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया जब वह 15 हजार रुपए की रिश्वत लेकर अपनी जेब में रख रहा था। घटना बुधवार दोपहर 2 बजे ररूआ रोड चीनोर की है। रीडर ने एक किसान से उसकी ही जमीन पर कब्जा दिलाने के बदले 20 हजार रुपए मांगे थे। 15 हजार रुपए में डील पक्की हुई थी। रीडर जहां अपनी पावर की हैकड़ी दिखाता था वहीं मुंह छिपाकर उसे निकलना पड़ा। रीडर कुलवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
SP लोकायुक्त संजीव सिन्हा को किसान प्रमोद कुशवाह ने शिकायत की थी कि तहसीलदार चीनौर का रीडर कुलवेन्द्र सिंह रावत उसकी कृषि भूमि का कब्जा दिलवाने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। SP संजीव सिन्हा ने कुलवेन्द्र सिंह को पकडने के लिए टीम का गठन किया। साथ ही आवेदक से कहा कि वह रीडर से रिकॉर्डर के माध्यम से बात कर मोल भाव करे। किसान ने बातचीत की तो आरोपी रीडर 15 हजार रुपए की रिश्वत में काम करने तैयार हो गया। इसके बाद टीम ने रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि के बाद बुधवार को किसान प्रमोद पुत्र मान सिंह कुशवाह निवासी तहसील चीनोर को 15 हजार रुपए देने के लिए तय स्थान ररूआ तिराहा चीनोर पर भेजा। तय स्थान पर पहले से ही लोकायुक्त की टीमें तैनात हो गईं। जैसे ही तहसीलदार चीनोर का रीडर कुलवेन्द्र सिंह रावत ने वहां आकर रिश्वत के 15 हजार रुपए लेकर जेब में रखे, तभी लोकायुक्त पुलिस ने उसकी कलाई थाम लीं।
मुंह छिपाकर निकलना पड़ा
लोकायुक्त ने उसे 15 हजार रुपए की रिश्वत के साथ पकड़ा है। ररूआ तिराहा चीनोर में बीच सड़क पर पकड़े जाने के बाद आरोपी रीडर शर्मसार हो गया। वह मुंह छिपाकर लोकायुक्त पुलिस की गाड़ी में बैठ गया। जब कैमिकल से उसके हाथ धुलाए तो पानी का रंग गुलाबी हो गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फरियादी का कहना
फरियादी का कहना कि आरोपी ने उससे 20 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे थे, पैसे नहीं देने पर वह काम करने के लिए तैयार नहीं था। एक साल से अपनी ही जमीन पर कब्जा पाने के लिए चक्कर पर चक्कर लगा रहा था। आखिर में वह 15 हजार रुपए लेने को राजी हो गया था, लेकिन वह रिश्वत देना नहीं चाहता था इसलिए उसने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की जिस पर बुधवार को इस भ्रष्टाचारी को लोकायुक्त पुलिस ने पकड लिया।