तमन्ना खत्म: मौसी के घर बड़वाह पहुंचने से 37 किमी पहले ही बेटी को आ गई मौत

तमन्ना खत्म: मौसी के घर बड़वाह पहुंचने से 37 किमी पहले ही बेटी को आ गई मौत


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खंडवाएक मिनट पहले

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  • इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित रोशिया फाटे पर बस के झोल खाते ही हुआ हादसा

मौसी के घर बड़वाह जाने के लिए 11 वर्षीय तमन्ना बेहद उत्सुक थी। मंगलवार सुबह खंडवा से 7 बजे की बस में वह हमारे साथ बैठ गई। उसे बस में उल्टी की शिकायत होने के कारण उसने खिड़की वाली सीट पर बैठने की जिद की। बस 30 किलोमीटर दूर रोशिया फाटे स्थित कशमीरी नाले पर पहुंची ही थी कि तमन्ना को उल्टियां होने लगीं। उसने बस की खिड़की से बाहर सिर निकाला, तभी यहां ब्लैक स्पॉट के मोड़ पर बस झोल खा गई।

इससे तमन्ना का सिर बस से और बाहर निकल गया। इसी दौरान इंदौर की ओर से आ रहा चावल से लदा ट्रक और बस नजदीक से क्रॉस हुए और तमन्ना का सिर ट्रक की टक्कर से फूट गया। पास ही हम कुछ भी समझ नहीं पाए। पूरी बस में खून के फौव्वारें फूट पड़े। बड़वाह पहुंचने से 37 किमी दूर ही खुशियां खत्म हो गईं। (जैसा तमन्ना की मां रुखसाना व अन्य लोगों ने बताया)

हादसे के बाद बस में फूटे खून के फव्वारे

यह हादसा मंगलवार सुबह पौने नौ बजे इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित रोशिया घाट के पास हुआ। 11 वर्षीय तमन्ना पिता हैदर अली खंडवा के बंगाली कॉलोनी की रहने वाली थी। हादसे के वक्त वह ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर बैठी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के समय बस में करीब 35 यात्री सवार थे। पास की सीट पर बैठी बालिका की मां रुखसाना और बड़ी बहन हिना के शरीर पर खून की बौछार उड़ गईं। मांस के लोथड़े चिपक गए।

सूचना मिलते ही देशगांव पुलिस चौकी प्रभारी रमेश गवले व साथी मौके पर पहुंचे। परिजन की मदद से उन्होंने बालिका के सिर के अवशेष खुरचकर प्लास्टिक की पन्नी में एकत्र किए। छैगांव माखन में शव परीक्षण के बाद पुरानी इंदौर लाइन स्थित कब्रिस्तान में दोपहर 2 बजे तमन्ना को दफना दिया। इधर घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि ट्रक ड्राइवर वाहन को दो-तीन इंच अपनी ओर दबा लेता तो हादसा टल जाता। यातायात पुलिस ने उस जगह को ब्लैक स्पॉट घोषित कर धीमी गति से वाहन चलाने के संकेतक लगाए हैं, बावजूद दोनों लापरवाहीपूर्वक तेज वाहन चला रहे थे।

मां बोली : मुझे पता होता ताे जाती ही नहीं

तमन्ना का शव छैगांवमाखन से सीधे जूनी इंदौर लाइन स्थित छोटा कब्रिस्तान ले जाया गया। नमाज-ए-जनाजा में शामिल होने के लिए तमन्ना के सभी रिश्तेदार यहां पहुंच गए थे। मां रुखसाना, पिता हैदर अली, दादा कादर अली और बड़ी बहन हिना गेट के बाहर एक टपरी में बैठे हुए थे। तमन्ना की मां रुखसाना ने कहा कि मेरी बेटी का सिर जोड़ दो। मुझे पता होता तो जाती ही नहीं। बस में मेरे पास ही बैठे हुई थी। अचानक कहा मम्मी मुझे उल्टी हो रही है। तमन्ना ने बस से सामान्य तौर पर सिर को बाहर निकाला। मोड़ पर झोल मारने की वजह से उसका धड़ खिड़की से और ज्यादा बाहर हो गया। जिससे ट्रक से टकराई। अचानक खून की बौछार और सिर की हडि्डयां लगते ही मुझे अहसास हुआ कि कोई हादसा हुआ है। मेरी बेटी खिड़की के पास बैठी की बैठी रह गई। ​​​​​​​

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