निगम टैक्स पर बढ़ा तकरार: टैक्स में वृद्धि और नया कर लादने के विरोध में कांग्रेसियों का बड़ा प्रदर्शन, विधायक शुक्ला बोले – जनता को लूटने के लिए सरकार ने मनमाना टैक्स लगाया

निगम टैक्स पर बढ़ा तकरार: टैक्स में वृद्धि और नया कर लादने के विरोध में कांग्रेसियों का बड़ा प्रदर्शन, विधायक शुक्ला बोले – जनता को लूटने के लिए सरकार ने मनमाना टैक्स लगाया


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इंदौर21 मिनट पहले

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टैक्स के विरोध में कांग्रेसियों ने बड़ा गणपति क्षेत्र से जन जागरण अभियान की शुरुआत की।

नगर निगम की टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस-भाजपा और आम आदमी पार्टी मैदान में आ गई हैं। संपत्ति कर के साथ ही जल कर और कचरा संग्रहण शुल्क में की गई वृद्धि के साथ ही सीवरेज का नया टैक्स लगाए जाने के विरोध में कांग्रेस सड़क पर उतर आई है। कांग्रेसियों ने इस दौरान जन जागरण अभियान की शुरुआत कर दी। अभियान के तहत कांग्रेस के सारे नेता एक साथ जनता के बीच पहुंचे और निगम के खिलाफ विरोध किया। विधायक शुक्ला ने कहा कि जनता को लूटने के लिए सरकार ने मनमाना टैक्स लादा है। जनता नहीं भरे टैक्स। पूर्व मंत्री पटवारी बोले – किसी देश में आज तक 100 फीसदी टैक्सी नहीं बढ़ाया गया है लेकिन इंदौर के तानाशाहों ने ऐसा करके दिखा दिया।

वाहन में सवार होकर कांग्रेसी राजवाड़ा सहित कई इलाकों में विरोध स्वरूप निकले।

वाहन में सवार होकर कांग्रेसी राजवाड़ा सहित कई इलाकों में विरोध स्वरूप निकले।

विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के विधायक और नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला टैक्स वृद्धि के विरोध में सबसे पहले मैदान में उतरे हैं। सुबह शुक्ला के नेतृत्व में कांग्रेस के सभी बड़े नेता जन जागरण अभियान के लिए बड़ा गणपति चौराहा पर एकत्रित हुए। अभियान में प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक विशाल पटेल, पूर्व विधायक अश्विन जोशी, सत्यनारायण पटेल, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरजीत सिंह चड्ढा ,शेख अलीम, राजेश चौकसे, चिंटू चौकसे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी निकले। उन्होंने लोगों को नए कर के बारे में बताते हुए निगम के विरोध के लिए मैदान में उतरने की अपील की।

राज्य सरकार ने जनता पर यह भार लदवाया
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि राज्य सरकार ने जनता की मुसीबतों को बढ़ाने के लिए नगर निगम के जरिए यह कर लदवाए हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने शासन के आदेशों का पालन करते हुए टैक्स में बढ़ोतरी की है। यह टैक्स निगम की जरूरत का कर ना हो कर सरकार की मनमानी का कर है। राज्य सरकार इंदौर नगर निगम के अधिकार के 600 करोड़ रुपए रोक कर बैठे हुए हैं। यह पैसा इंदौर को देने के बजाय यहां कर में वृद्धि कर नागरिकों से पैसा वसूलने का षड्यंत्र रचा गया है। शुक्ला ने भाजपा सहित सभी दलों ने अपील की है कि यह इंदौर की लड़ाई है। इस लड़ाई में इंदौर की जनता के साथ सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को आकर खड़ा होना चाहिए। केवल बयान देकर टैक्स की दर बढ़ाने का विरोध करने के बजाय यह जरूरी है कि भोपाल जाकर मुख्यमंत्री के समक्ष इस विरोध को प्रदर्शित किया जाए। इंदौर शहर की जनता के बीच में खड़ा होकर इस विरोध के स्वर को उठाया जाए और जनता को भरोसा दिलाया जाए कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

कांग्रेसियों ने कहा कि यह सीधी लूट है। महंगाई और कोरोना काल से लोग पहले ही परेशान हैं। ये बढ़ोतरी उन पर बोझ बढ़ाएगी। नेताओं ने लोगों से अपील की कि वे ये टैक्स जमा नहीं करें। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने कहा ये नए तरीके के डाकू आ गए हैं। अधिकारी जो चाह रहे, उस पर प्रदेश सरकार मुहर लगा रही। ये जनता को लूटने का नया दांव खेला है। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा, अश्विन जोशी, शेख अलीम, चिंटू चौकसे, अमन बजाज और अखिलेश जैन गोपी ने इस बढ़ोतरी को जनता पर मार बताकर तुरंत वापस लेने की मांग की है।

पटवारी बोले – कांग्रेस भाजपा के कुशासन को उजागर करेगी

वहीं, जीतू पटवारी ने कहा कि देश में कहीं भी 100 फीसदी टैक्स आज तक नहीं बढ़ा है। नगर पंचायत से लेकर विधानसभा, लोकसभा तक में ऐसा नहीं हुआ है। किसी भी देश में ऐसा देखने को नहीं मिला है, लेकिन इंदौर के तानाशाही रवैये ने कर दिया है। कांग्रेस जगह-जगह जाकर जन जागृति के जरिए भाजपा के कुशासन को उजागर करेगी। इस कोरोना काल में ऐसा निर्णय, हम इसका विरोध कर रहे हैं।

गणेश पूजन के बाद शुरू हुआ अभियान
सुबह सभी कांग्रेसी बड़ा गणपति चौराहा पर इकट्ठा हुए। यहां विधायक संजय शुक्ला और शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के साथ भी गणेज वंदना की और फिर अभियान की शुरुआत की। यहां से सभी नेता गाड़ी में सवार होकर जिंसी, इमली बाजार होते हुए राजवाड़ा पहुंचे। यहां से कांग्रेसी जवाहर मार्ग, मधुमिलन चौराहा, गीता भवन चौराहा, पलासिया चौराहा, विजय नगर चौराहा, पाटनीपुरा, परदेशीपुरा होते हुए मालवा मिल चौराहे में लोगों के बीच पहुंचे।

भाजपा नेता बोले- नई परिषद करे फैसले
टैक्स बढ़ोतरी के विरोध में पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा उतरे। उन्होंने मुख्यमंत्री को ई-मेल कर कहा कि अभी निर्वाचित परिषद नहीं है, प्रशासक और निगमायुक्त को ऐसे फैसले नहीं लेना चाहिए। विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि कोरोना काल में वैसे ही जनता परेशान है, इसलिए फिलहाल इस निर्णय को स्थगित करना चाहिए। पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने मामले पर गुवाहाटी से ही सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री से चर्चा की और तत्काल निर्णय वापस लेने की बात रखी। वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने टैक्स बढ़ोतरी को अव्यावहारिक बताया और नगरीय प्रशासन मंत्री से बात कर फैसले को तुरंत वापस लेेने को कहा। वरिष्ठ नेता गोविंद मालू ने इसे स्थगित करने और नई परिषद में चरणों में लागू करने का सुझाव दिया। एमआईसी के पूर्व सदस्य सुधीर देड़गे, भाजपा नेता सुमित मिश्रा, प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी ने निगम के फैसले को गलत बताया।

इसलिए विरोध
कोरोना काल में निगम की टैक्स बढ़ोतरी का भारी विरोध हो रहा है। जलकर, संपत्ति कर बढ़ाने व नया सीवरेज टैक्स लगने से लोग जो अब तक 350 रुपए महीना टैक्स चुका रहे थे, उन्हें ढाई गुना अधिक 940 रुपए देना होंगे। ये बोझ उन ईमानदार करदाताओं पर पड़ेगा, जो समय पर टैक्स दे रहे हैं।
प्रॉपर्टी टैक्स : प्रॉपर्टी टैक्स के 5.85 लाख खातेदार हैं। सालाना टैक्स 400 करोड़ बनता है। निगम सिर्फ 2.20 लाख लोगों से 290 करोड़ वसूल पाया। 550 करोड़ पिछले बकाया हैं। अधिभार सहित 1100 करोड़ रुपए है।
स्वच्छता : कचरा प्रबंधन शुल्क के 5 लाख से ज्यादा खाताधारक हैं, निगम 4 लाख लोगों से वसूली का दावा कर रहा। इसमें हर साल 61 करोड़ रुपए की मांग निकलती है, लेकिन वसूली 37 करोड़ की ही हुई।
जलकर : निगम में 2.61 लाख जलकर खाताधारक हैं। टैक्स 90 करोड़ बनता है। सिर्फ 82 हजार ने टैक्स भरा। निगम 47 करोड़ ही वसूल पाया। बकाया मिलाकर 340 करोड़ रुपए अभी भी निगम को वसूलना है।
सीवरेज टैक्स : पहली बार वसूले जाने वाला सीवरेज चार्ज प्रॉपर्टी टैक्स के सभी 5.85 लाख खाताधारकों पर लागू होगा। हद यह है कि जिनके यहां सीवर लाइन है ही नहीं है, उन्हें भी सेप्टेज मैनेजमेंट प्रभार चुकाना होगा।
पानी आधा ही : शहर की 85% आबादी को एक दिन छोड़कर पानी सप्लाय होता है। ज्यादातर इलाकों में बमुश्किल 20 मिनट जलापूर्ति हाेती है। निगम 300 मिनट पानी देने के बदले 400 रु. लेगा। एक दिन का पानी 26 रुपए में पड़ेगा।
ऐसे बढ़ेगा बोझ : निगम के रेट जोन 1 के अनुसार पहले एक परिवार पर कचरा प्रबंधन शुल्क 150 व जलकर का 200 कुल 350 रुपए माह टैक्स था। अब कचरा प्रबंधन 300, पानी के 400 व सीवरेज मेंटेनेंस के 240 रुपए कुल 940 रुपए होगा।

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