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जबलपुर6 मिनट पहले
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समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी गुरुवार से पूरे जिले में शुरू हो गई है। जिले में 93 सेंटरों में खरीदी की तैयारी पूरी कर ली गई थी। जिले में इस बार 104 सेंटर बनाए गए हैं, लेकिन पहले दिन किसी भी सेंटर में एक भी किसान अपनी फसल बेचने नहीं पहुँचा। पहले दिन 12 सौ से ज्यादा किसानों को एसएमएस भेजे गए थे कि वे अपनी फसल सेंटरों में आकर बेच सकते हैं, लेकिन शाम तक किसी भी सेंटर में एक भी किसान नहीं पहुँचा। इस बार लगभग 63 हजार किसानों ने अपनी फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। अधिकारियों के अनुसार इस बार लगभग साढ़े 5 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा की गेहूँ खरीदी की जाएगी।
वहीं किसानों का आरोप है कि खरीदी केन्द्रों में व्यवस्थाएं नहीं हैं। तौल कांटा व बारदाना तक नहीं पहुंचा है। कुछ केंद्र ऐसे हैं, जहां जाने का रास्ता सुगम नहीं है। वहीं, जिम्मेदारों का कहना है कि अभी गेहूं की कटाई हो रही है। इसलिए पहले दिन खरीदी नहीं हो पाई।पिछले वर्ष 4 लाख 13 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई थी। इस बार 63 हजार किसानों ने जिले भर में गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया है। जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 45 हजार के आसपास था। कृषि अधिकारियों ने कहा, गेहूं की बुवाई का रकबा बढऩे के कारण किसानों की संख्या में इजाफा हुआ है। इस बार बंपर पैदावार का अनुमान है।
पाटन: किसानों को पता नहीं कहां ले जाकर बेचें उपज
पाटन तहसील अंतर्गत तीन खरीदी केंद्र आरछा, कटरा बेलखेड़ा और सरोंद में बनाए गए हैं। कुंवरपुर निवासी किसान प्रेम सिंह, भानू प्रताप सर्वेश भुर्रक, महुआखेड़ा निवासी किसान सुरेन्द्र पटेल ने बताया, उनके पास गेहूं खरीदी के लिए मैसेज आया है। उपज की तौल कटरा बेलखेड़ा खरीदी केंद्र में होनी है। लेकिन उन्हें यह भी जानकारी नहीं है कि कटरा बेलखेड़ा खरीदी केंद्र कहां बनाया गया है।
किसानों का आरोप है, मैसेज जारी होने के बाद भी उन्हें यह पता नहीं लग पा रहा है कि आखिर खरीदी केंद्र कहां है। किसानों ने बताया कि अभी तक तीनों केंद्रों में खरीदी के लिए कोई व्यवस्था तक नहीं की गई है। न बारदाना पहुंचे हैं और न ही तौल कांटा लगे हैं। केंद्र तक जाने की व्यवस्था तक नहीं है। आरछा खरीदी केंद्र की खरीदी डीआर वेयर हाउस में होनी है, लेकिन वहां पहले से ही धान रखी हुई है। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ेगा।
इनका कहना है
पाटन क्षेत्र में तीन खरीदी केंद्र आरछा, कटरा बेलखेड़ा और सरोंद में बनाए गए हैं। खरीदी की तैयारियां की जा रही हैं।
सौरभ मिश्रा, शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा पाटन
केन्द्रों में नहीं हैं इंतजाम
किसानों का कहना है, कुछ केंद्रों में धान भी रखी है। अभी खरीदी शुरू होने में एक सप्ताह या 10 दिन का समय लग सकता है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि सभी केंद्रों मेें व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं।
^गेहूं उपार्जन के लिए जिले में 101 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्र में व्यवस्थाएं पूरी हैं। अभी जिले में गेहूं की कटाई शुरू हुई है, इसलिए पहले दिन किसान अपनी उपज लेकर केंद्रों में नहीं पहुंचे। आने वाले दिनों में किसानों के पहुंचते ही खरीदी शुरू होगी।
रोहित बघेल, डीएमओ