मुरैना आत्महत्या कांड: बच्चों से बहुत प्यार करते थे सत्यदेव शर्मा, पड़ोसी बोले- दुकान पर खड़े ग्राहक छोड़कर उन्हें सड़क पार कराते थे

मुरैना आत्महत्या कांड: बच्चों से बहुत प्यार करते थे सत्यदेव शर्मा, पड़ोसी बोले- दुकान पर खड़े ग्राहक छोड़कर उन्हें सड़क पार कराते थे


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  • Satyadev Sharma Loved Children Very Much, The Neighbor Said He Used To Leave The Customers Standing At The Shop And Cross The Road.

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मुरैना3 मिनट पहले

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ये दुकान सत्यदेव शर्मा की है। यहीं बाहर पटिया पर बैठकर वह लूडो खेला करते थे। इनसेट में पड़ोसी दुकानदार प्रीतम सिंह।

  • वारदात के 15 दिन पहले तीन लोग मकान खाली करके गए थे
  • मायके वालों से पूछताछ करना बाकी

परिवार की हत्या कर खुद फांसी पर लटकने का दिल दहलाने वाले मामले में नया मोड़ आ गया है। ​​​​​​पड़ोसियों के मुताबिक कि सत्यदेव शर्मा अपने बच्चों की हत्या नहीं कर सकते, क्योंकि वह उनसे बहुत प्यार करते थे। यहां तक कि अगर वह दुकान पर होते थे। बच्चे दुकान पर आते थे, तो वह ग्राहक छोड़कर बच्चों को सड़क पार कराने जाते थे। यही नहीं, दुकान के सामने आने वाले किसी भी फल वाले से फल लेना नहीं चूकते थे। बच्चों के लिए अलग से फल लेते थे।

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वारदात के 15 दिन पहले ही सत्यदेव के तीन किराएदार मकान खाली करके गए थे। करीब ढाई माह पहले ही यह तीनों पुरुष रहने आए थे। तीनों पुरुषों की उम्र 40 से 50 वर्ष के बीच है। वह छोटे बच्चों को खिलाई जाने वाली मुंबई की मिठाई या जिसे गुड़िया के बाल कहा जाता है, उसे बेचते थे।

पड़ोसियों ने नहीं बताया पुलिस को

खास बात है, शुक्रवार को जब सिविल लाइंस थाने के एसआई पवन भदौरिया जांच अधिकारी पड़ताल करने गए, तो पड़ोसियों ने उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी। सत्यदेव शर्मा की किराने की दुकान के पास मौजूद ओम साईं नाथ मेडिकल स्टोर के संचालक प्रीतम सिंह कुशवाह ने बताया कि सत्यदेव शर्मा हंसमुख स्वभाव के थे। वह रोजाना रात को 10 बजे तक दुकान पर लूडो खेला करते थे। उसके बाद ही घर जाते थे। वारदात वाले दिन भी रात 10:00 बजे तक दुकान के बाहर लूडो खेला था। यही नहीं, वह बच्चों से भी बहुत प्यार करते थे। ग्राहक को खड़ा कर बच्चों को सड़क पार करवाते थे।

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मायके वालों से जानकारी मिलने की उम्मीद
सत्यदेव शर्मा की पत्नी ऊषा शर्मा वारदात से एक दिन पहले मंगलवार सुबह 11:00 बजे मायके विजयपुर से लौटी थी। घर लौटते ही उन्होंने भाई को फोन कर उसे बताया भी था। दिनभर सामान्य रहा। मायके वालों ने बताया, अगर वह जानते किया वारदात होगी, तो वह अपनी लड़की को नहीं भेजते। पुलिस को उम्मीद है, मायके वालों से पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हो सकता है।

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