जन्म लेते ही छिन गया मां का आंचल: इंजीनियरिंग कॉलेज के खंडहर में बेटे को जन्म देते ही चल बसी मां, आंचल से लिपटे मासूम के रोने की आवाज सुनकर पहुंचे लोग तो रह गए सन्न

जन्म लेते ही छिन गया मां का आंचल: इंजीनियरिंग कॉलेज के खंडहर में बेटे को जन्म देते ही चल बसी मां, आंचल से लिपटे मासूम के रोने की आवाज सुनकर पहुंचे लोग तो रह गए सन्न


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जबलपुर3 मिनट पहले

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नवजात को अस्पताल ले जाते हुए 108 एम्बुलेंस के कर्मी।

  • रांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत गोकलपुर शासकीय इंजीनियरिंग काॅलेज की घटना
  • मासूम को एल्गिन अस्पताल में गहन शिशु केंद्र में भर्ती कराया गया

रांझी क्षेत्र के गोकलपुर स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में शनिवार को एक नवजात खंडहर हो चुके भवन में रोता हुआ मिला। पास ही उसकी मां मृत हालत में पड़ी थी। मां के आंचल से लिपटा नवजात राेए जा रहा था। आशंका व्यक्त की जा रही है कि मासूम को जन्म देने के बाद ही प्रसव पीड़ा में मां चल बसी। मासूम को एल्गिन अस्पताल के SNCU (सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में भर्ती कराया गया है। जहां मासूम का इलाज चल रहा है।

जानकारी के अनुसार सुबह 11.30 बजे कुछ लाेगों को नवजात के रोने की आवाज सुनाई पड़ी। खंडहर से आ रही रोने की आवाज सुनकर लोग पहुंचे तो सामने का सीन दिल को झकझोर देने वाला था। एक मासूम 35 वर्षीय मृत महिला के आंचल से लिपटा रोए जा रहा था। तुरंत 108 एम्बुलेंस से नवजात को पहले सिविल अस्पताल रांझी और वहां से एल्गिन में भर्ती कराया गया है।
पैदा होते ही अनाथ हो गया मासूम
महिला के बारे में पता चला है कि उसकी दिमागी हालत बहुत अच्छी नहीं थी। वह आसपास भीख मांग कर पेट पालती थी और इसी खंडहर हो चुके भवन में रह रही थी। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने महिला के साथ रेप किया होगा। इसी से वह गर्भवती हो गई थी। शारीरिक कमजोरी के चलते वह प्रसव पीड़ा सहन नहीं कर पाई और दम तोड़ दिया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। हालांकि उसका वजन भी 1400 ग्राम है।

इस खंडहर हो चुके मकान में रह रही थी 35 वर्षीय महिला बेटे को जन्म देते ही चल बसी।

इस खंडहर हो चुके मकान में रह रही थी 35 वर्षीय महिला बेटे को जन्म देते ही चल बसी।

भूख से बिलबिला रहा था नवजात
एल्गिन अस्पताल में मासूम को जब पहुंचाया गया तो वह भूख से बिलबिला रहा था। वहां चिकित्सकों व नर्सों ने उसके लिए दूध का इंतजाम किया। उसका नाड़ा काटा गया। मासूम का वजन 1400 ग्राम है। एल्गिन अस्पताल के डॉक्टर संजय मिश्रा के मुताबिक मासूम को चिकित्सकों की देख-रेख में रखा गया है। अभी उसके स्वास्थ्य के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
नवजात के मां की नहीं हो पाई पहचान
रांझी टीआई आरके मालवीय के मुताबिक नवजात के 35 वर्षीय मां की पहचान नहीं हो पाई है। वह लंबे समय से इंजीनयरिंग कॉलेज के खंडहर में ही रह रही है। उसकी मानसिक हालत बहुत अच्छी नहीं थी। महिला कैसे गर्भवती हुई। यह पता नहीं चल पाया है। वह इधर-उधर भीख मांगकर जीवन का गुजारा कर रही थी। प्रसव पीड़ा सहन न होने से उसकी मौत होने की बात सामने आई है। मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भिजवाया गया है।

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