कांग्रेस दमोह उपचुनाव में रामकथा कराने जा रही है.
MP की दमोह सीट पर होने वाले उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस हर वह दांव आजमाने की तैयारी कर रही है, जो उसे जीत दिला सके. कांग्रेस ने दमोह सीट पर राम नाम का जाप कराने जा रही है. इसके लिए कथा वाचक साध्वी राम सिया भारती का नाम शामिल किया है.
भोपाल. मध्य प्रदेश के दमोह सीट पर होने वाले उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस हर वह दांव आजमाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस पार्टी ने दमोह सीट पर राम नाम का जाप करने की तैयारी कर ली है. इसके लिए पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों में कथा वाचक साध्वी राम सिया भारती का नाम शामिल किया है. पार्टी की कोशिश है कि बड़ा मलहरा के उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार रही राम सिया भारती को दमोह के उपचुनाव में पार्टी प्रचारक के तौर पर उतारकर माहौल बनाया जाए.
दरअसल साध्वी राम सिया भारती एक अच्छी कथा वाचक है और पार्टी चाहती है की राम सिया भारती के राम नाम का इस्तेमाल दमोह के उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में हो. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है की दमोह उपचुनाव में राम सिया भारती को प्रचारक के तौर पर सबसे आगे रखा गया है ताकि राम सिया भारती के प्रचार के तरीके से पार्टी को फायदा हो सके.
बीजेपी ने कसा तंज
वही दमोह सीट को लेकर कांग्रेस के राम नाम और जातीय समीकरणों को लेकर बनाए गए प्लान पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सब नानी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने दमोह सीट पर अपनी हार स्वीकार कर ली है। और यही कारण है कि पार्टी के बड़े नेताओं को पीछे छोड़ अब राम नाम के लिए राम सिया भारती जैसे चेहरे को पार्टी को आगे करना पड़ रहा है ।
पार्टी नेताओं को दी गईं अलग-अलग जिम्मेदारियां
सिर्फ राम नाम ही नहीं बल्कि कांग्रेस ने दमोह उपचुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए जाति समीकरणों को भी साधने की कोशिश की है. पार्टी का जातीय समीकरणों को साधने के प्लान पर नजर डालें तो… दमोह सीट पर 14 फीसदी लोधी वोटरों को लुभाने के लिए राम सिया भारती, साधना भारती, प्रताप लोधी को पार्टी ने जिम्मेदारी सौंपी है. 11 फ़ीसदी जैन वोटरों को साधने के लिए पूर्व विधायक निशंक जैन की ड्यूटी लगाई है.
जातिगत समीकरण को साधने के लिए ऐसे बनाई रणनीति
11 फीसदी एस सी वोटरों को साधने के लिए पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, सज्जन सिंह वर्मा, फूल सिंह बरैया, सुरेंद्र चौधरी और मुकुल वासनिक मोर्चा संभालेंगे. कुर्मी वोटरों को साधने के लिए पार्टी ने कमलेश्वर पटेल को जिम्मेदारी सौंपी है. नो फीस दी ब्राह्मण वोटरों को साधने के लिए पार्टी ने सुरेश पचौरी और चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को स्टार प्रचारक बनाया है. 7 फीसदी वोटरों को साधने के लिए कांतिलाल भूरिया को स्टार प्रचारक बनाया है. पीसीसी के कार्यालय प्रभारी राजीव सिंह ने कहा कि पार्टी को उपचुनाव में जहां जिसकी जरूरत होती है उसको जिम्मेदारी सौंपी जाती है.
कांग्रेस से आए राहुल लोधी हैं भाजपा के प्रत्याशी
दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर राहुल लोधी जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन 2020 में राहुल लोधी ने दल बदल कर बीजेपी का दामन थाम लिया. अब 2021 के दमोह उपचुनाव में राहुल लोधी बीजेपी के उम्मीदवार हैं. इसके मुकाबले में कांग्रेस पार्टी ने पूर्व जिला अध्यक्ष कांग्रेस अजय टंडन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि राम के नाम और जातीय समीकरणों के आधार पर पार्टी 2018 मिली कांग्रेस की जीत को 2021 के उपचुनाव में बरकरार रख सके और यही कारण है कि इस बार दमोह के उपचुनाव में प्रचारक अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं और हर वह दांव आजमा रहे हैं जो पार्टी को जीत दिला सके.