नशेड़ी ने चढ़ाया रेलवे ट्रैक पर ट्रक, एक घंटे तक फंसी रहीं कुशीनगर और सुल्तानपुर एक्सप्रेस

नशेड़ी ने चढ़ाया रेलवे ट्रैक पर ट्रक, एक घंटे तक फंसी रहीं कुशीनगर और सुल्तानपुर एक्सप्रेस


सागर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक एक घंटे तक जाम रहा. (सांकेतिक तस्वीर)

कुशीनगर और सुल्तान एक्सप्रेस दिल्ली-मुंबई ट्रैक से निकल रही थीं. इससे पहले ही नशेड़ी ड्राइवर ने ट्रक ट्रैक पर चढ़ा दिया. इससे यहां एक घंटे तक जाम लगा रहा. कई अन्य ट्रेनें भी यहां फंस गईं.

सागर. जिले में सुबह-सुबह एक तरफ जमकर तमाशा हुआ तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक एक घंटे तक जाम रहा. नशे में धुत ड्राइवर ने ट्रक को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा दिया. उसे फंसा देख भारी भीड़ लग गई, क्योंकि उस वक्त अप-डाउन से पैसेंजर ट्रेनें आ रही थीं. इन ट्रेनों को देख दो गैंगमैन अलग-अलग दिशाओं में भागे और ट्रेनें रुकवाईं.

जानकारी के मुताबिक, घटना सुबह करीब 7.15 बजे की है. जैसे ही रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और कार्रवाई करनी शुरू की. ट्रक को हाइड्रा मशीन की मदद से रेलवे ट्रैक से बाहर निकला गया. इसके बाद ट्रैक पर रेल यातायात शुरू हो पाया. मौके पर पहुंची आरपीएफ ने ट्रक को जब्त कर ड्राइवर को हिरासत में लिया.

अप-डाउन से निकल रही थीं ये गाड़ियां

जानकारी के मुताबिक, सोमवार को ट्रक क्रमांक MP 15 G 2686 सागर की ओर से आ रहा था. ट्रक के ड्राइवर हीरालाल पटेल को शराब के नशे में कुछ नहीं सूझा तो उसने पुराने झांसी गेट के पास से ट्रक को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा दिया. उसी दौरान अप लाइन से कुशीनगर एक्सप्रेस और डाउन लाइन पर सुल्तानपुर एक्सप्रेस आ रही थीं.गैंगमैनों ने भांप लिया था खतरा

ट्रैक पर दूर से ट्रेनों को देखकर रेलवे ट्रैक पर मौजूद गैंगमैन महेश व नंदकिशोर ने अलग-अलग दिशाओं में दौड़ लगाई. उन्होंने लाल झंडी दिखाकर ट्रेनों को करीब 300-300 मीटर दूरी पर रुकवाया. इससे बड़ा हादसा होने से टल गया. वहीं घटना की जानकारी लगते ही एडीईएन अरविंद कुमार अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे. तुरंत ट्रक को हाइड्रा मशीन की मदद से सुबह 8.16 बजे तक रेलवे ट्रैक से बाहर निकाला गया.

लग गई लोगों की भीड़

इस दौरान कुशीनगर एक्सप्रेस एवं सुल्तानपुर एक्सप्रेस करीब 50 मिनट तक रेलवे ट्रैक पर दोनों तरफ खड़ी रही. इसके अलावा साबरमती एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेन भी प्रभावित हुई है. ट्रेनों के खड़े होने से यात्रियों को परेशानी हुई. वहीं घटना की सूचना लगते ही शहर से बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए. जिन्हें हटाने के लिए आरपीएफ एवं जीआरपी को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी.









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