EVM, चुनाव आयोग और शिवराज को कमलनाथ ने लिया आड़े हाथ, कहा- सीएम की नौटंकी का फल भुगत रहा मप्र

EVM, चुनाव आयोग और शिवराज को कमलनाथ ने लिया आड़े हाथ, कहा- सीएम की नौटंकी का फल भुगत रहा मप्र


मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर फिर हमला बोला. (File)

Madhya Pradesh ex cm Kamal Nath ईवीएम, बीजेपी, चुनाव आयोग और शिवराज पर जमकर बरसे. कमलनाथ ने कहा देश जान गया है चुनाव आयोग क्या है. असम का चुनाव कांग्रेस जीतेगी.

भोपाल/नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नई दिल्ली में सोमवार को EVM, चुनाव आयोग और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया. उन्होंने दावा किया कि असम में कांग्रेस की जीत होगी. असम की जनता में बहुत समझ है. राज्य के लोगों ने भाजपा को  पांच साल आजमा लिया है. कमलनाथ नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर News 18 से चर्चा कर रहे थे.

पूर्व मुख्यमंत्री ने हेमंता बिस्वा की सजा कम करने पर चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा – चुनाव आयोग क्या है, पूरा देश समझ रहा है. इसमें कुछ कहने की जरूरत नहीं है. भाजपा पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि EVM पर ही भाजपा की चुनवी रणनीति टिकी हुई है. हर दल का मुकाबला भाजपा से नहीं है, आज मुकाबला EVM से है.

शिवराज पर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में एक महीने में कोरोना सात गुना बढ़ गया है. कमलनाथ ने इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब तक नौंटकी से बाज नही आएंगे कुछ नहीं होगा. मुख्यमंत्री के सड़क पर लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने से क्या कोरोना खत्म होगा.नौटंकी फल मिल रहा प्रदेश को- कमलनाथ

स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करें, आज भी टेस्ट की रिपोर्ट तीन दिन में आ रही है. 12 से 8 घंटे में क्यों नही आ सकती है. कई ऐसे कदम है जिनसे कोरोना को मात दी जा सकती है. आज मध्य प्रदेश को नौटंकी का फल मिल रहा है.

कलननाथ ने tweet कर उठाए ये सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि निजी अस्पतालों में लूट खसोट जारी है. इलाज की दर तय नहीं है. नाथ ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बदतर हैं. पता नहीं सरकार व उसके मुखिया कोरोना नियंत्रण की रोज क्या समीक्षा कर रहे हैं.

नाथ ने कहा कि एक तरफ हर व्यक्ति से वैक्सीन लगवाने की अपील और प्रदेश के कई जिलों में वैक्सीन ही नहीं, लोग वापस लौट रहे हैं. अस्पतालों में कहीं ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने से मौत, कहीं ऑक्सीजन नहीं होने से मौत. कहीं इंजेक्शनों की कमी, कहीं टेस्टिंग किट की कमी, कई जिलों में इलाज के लिए बेड ही नहीं हैं.









Source link