देश में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें 45 साल से ऊपर के लोगों की हुई हैं यही वजह है कि सरकार ने 45 साल तक के लोगों को वैक्सीन देने का फैसला किया है. (सांकेतिक तस्वीर)
Bhopal-45 साल से कम उम्र के व्यक्ति को टीका लगाया गया है तो कोविड वैक्सीन सेंटर में चाहे वह सरकारी हो या फिर निजी उसके स्टाफ के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी और तत्काल प्रभाव से सीएमएचओ उन्हें निलंबित करेगा.
इस गाइडलाइन के तहत यदि 45 साल से कम उम्र के व्यक्ति को टीका लगाया जाता है तो उस टीकाकरण टीम को सस्पेंड करने के साथ संबंधित प्राइवेट अस्पताल का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त किया जाएगा. साथ ही 3 अप्रैल के बाद हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के नए रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे. अपर संचालक टीकाकरण डॉ संतोष शुक्ला ने प्रदेश के सभी सीएमएचओ और टीकाकरण अधिकारियों को पत्र लिखकर दिशा निर्देश दिए हैं.
ये है टीकाकरण की गाइडलाइन
-टीकाकरण अपर संचालक डॉक्टर संतोष शुक्ला ने निर्देश दिए हैं कि भारत शासन के अनुसार 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी नागरिकों का टीकाकरण एक अप्रैल से शुरू हो चुका है. इसलिए टीकाकरण गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा. उन्होंने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही अभी वैक्सीन लगाया जाएगा.- 45 साल से कम उम्र के लोगों का वैक्सिनेशन अभी नहीं किया जाएगा. इसके लिए अधिकारियों को नियमों का पालन करना होगा. यदि किसी भी प्रकार की शिकायत, सूचना या पर्यवेक्षण रिपोर्ट में पता चला कि 45 साल से कम उम्र के व्यक्ति को टीका लगाया गया है तो कोविड वैक्सीन सेंटर में चाहे वह सरकारी हो या फिर निजी उसके स्टाफ के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी और तत्काल प्रभाव से सीएमएचओ उन्हें निलंबित करेगा. साथ ही प्राइवेट संस्थानों का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाएगा.
-पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि 3 अप्रैल के बाद से हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के नए रजिस्ट्रेशन ना किया जाएं. केवल इस तारीख से पहले जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था सिर्फ उन्हें कोविन ऐप का उपयोग करते हुए टीका लगाया जाए.
-हेल्थ केयर वर्कर्स एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स जिन्हें 3 अप्रैल से पहले पहला डोज दिया जा चुका है, उन्हें नियमानुसार कोविडशील्ड का दूसरा टीका 8 सप्ताह के पहले और को वैक्सीन का दूसरा टीका 4 से 6 सप्ताह के अंतराल में लगाने की व्यवस्था की जाए. इसके लिए सभी विभागों के प्रमुख जिसमें स्वास्थ्य विभाग, गृह विभाग, राजस्व विभाग, पंचायत विभाग, नगर निगम, चुनाव आयोग के माध्यम से दूसरे डोज से वंचित सभी अधिकारी कर्मचारियों को फिर से रिमाइंड पत्र भेजकर उनका पूर्ण टीकाकरण किया जाए.