खंडवा लोकसभा उपचुनाव: बंगाल चुनाव तय करेगा भाजपा-कांग्रेस के दावेदार, नंदु भैया के बेटे हर्षवर्धन ने कहा- पार्टी सर्वोपरि; निर्वाचन आयोग ने मुरैना से भेजी EVM मशीनें

खंडवा लोकसभा उपचुनाव: बंगाल चुनाव तय करेगा भाजपा-कांग्रेस के दावेदार, नंदु भैया के बेटे हर्षवर्धन ने कहा- पार्टी सर्वोपरि; निर्वाचन आयोग ने मुरैना से भेजी EVM मशीनें


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खंडवा23 मिनट पहले

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  • – उपचुनाव को लेकर अधिकारिक घोषणा नहीं, प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू

सांसद नंदकुमारसिंह चौहान (2 मार्च 2021) के निधन होने से खंडवा लोकसभा सीट रिक्त हो गई है। इस सीट पर उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आयोग ने मुरैना से ईवीएम मशीनें भेज दी हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार भाजपा-कांग्रेस में दावेदार बंगाल चुनाव के बाद ही तय होंगे। इधर, दिवंगत सांसद के बेटे हर्षवर्धन का कहना है कि उनकी उम्मीदवार पार्टी तय करेगी, पार्टी ही सर्वोपरि हैं।
भाजपा : सीएम शिवराज ने हर्षवर्धन को दिए संकेत
उपचुनाव के मुख्य दावेदारों में दिवंगत नंदकुमारसिंह के बेटे हर्षवर्धन का नाम पहले स्थान पर हैं। पार्टी सूत्रों के माने तो सीएम शिवराजसिंह चौहान ने सहानुभूति के तौर पर दिवंगत सांसद के बेटे को दावेदारी के लिए जुट जाने के संकेत दिए हैं। हालांकि इस बात को हर्षवर्धन ने नकारते हुए दो टूक में पार्टी को ही सर्वोपरि बताया। कहा कि जो भी निर्णय होगा वह पार्टी संगठन अपने स्तर से लेगी।
बंगाल चुनाव इसलिए.. कैलाश विजयवर्गीय का नाम चर्चा में
उपचुनाव में दावेदारों के नाम बंगाल चुनाव से जोड़े जा रहे हैं। राजनीतक जानकारों के अनुसार बंगाल में भाजपा की सरकार बनती है तो बंगाल चुनाव प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को खंडवा सीट से उपचुनाव लड़वाकर केंद्र सरकार में स्थान दिलवाया जा सकता हैं। वहीं प्रदेश पार्टी संगठन में खंडवा के राजीव तिवारी का नाम भी हैं।
कांग्रेस : पूर्व सांसद अरूण यादव के भरोसे पर सीट
उपचुनाव को लेकर फिलहाल भाजपा-कांग्रेस दोनों साइलेंट मूड पर हैं। किसी प्रकार की हलचल नहीं है, जहां भाजपा में दिवंगत सांसद के बेटे सहित केंद्रीय संगठन से जुड़े नेताओं के नाम है। वहीं कांग्रेस सिर्फ पूर्व सांसद व पीसीसी अध्यक्ष रहे अरूण यादव के भरोसे हैं। 2009 के लोस चुनाव में अरूण यादव ने नंदकुमारसिंह को हराया था। इसके बाद से 2014, 2019 के चुनाव में उन्हें नंदकुमार से हार का सामना करना पड़ा।
– उपचुनाव के लिए मुरैना से खंडवा पहुंची EVM मशीनें
खंडवा एडीएम शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया लोकसभा उपचुनाव को निर्वाचन आयोग की ओर से कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई हैं। प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों की बात करें तो फिलहाल एक-दो दिन पहले ही मुरैना जिले से EVM मशीनें खंडवा भेजी गई हैं। जानकारी के मुताबिक खंडवा लोकसभा सीट पर 1980 से अबतक एक भी बार उपचुनाव की स्थिति नहीं।
– खंडवा-बुरहानपुर, खरगोन-देवास की 8 विस सीटें शामिल
खंडवा संसदीय क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की बात करें तो 4 जिलों की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें खंडवा जिले की मांधाता, पंधाना, खंडवा व बुरहानपुर जिले की बुरहानपुर, नेपानगर तथा खरगोन जिले की भीकनगांव, बड़वाह एवं देवास जिले की बागली विधानसभा शामिल हैं।
– इन विधानसभा सीटों पर इतने कुल वोटर्स
2019 के लोकसभा चुनाव अनुसार बागली में 227113, मांधाता में 195740, खंडवा में 255804, पंधाना में 253272, नेपानगर में 242397, बुरहानपुर में 293835, भीकनगांव में 223267 व बड़वाह विधानसभा क्षेत्र में 216962 वोटर्स हैं। कुल वोटर्स संख्या 1909055 हैं, 2019 के चुनाव में 1468136 लोगों ने मतदान किया था।

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