पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज को लिखे पत्र में कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में प्रदेश की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है. यह समय है कि गहन और तीव्र वैक्सिनेन अभियान चलाने के साथ ही कोविड के विरुद्ध अनुकूल व्यवहार बनाने की संयुक्त नीति पर कार्य करें. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में फोन पर हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कोविड से प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को सुरक्षित रखने के लिए जो सुझाव दिये जा रहे हैं, उस पर सरकार को तत्काल काम करना चाहिए.
कमलनाथ ने दिए 12 सुझाव
1- कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गहनता और तीव्रता से लागू करने की अवश्यकता है.2-उम्र के बंधन को समाप्त कर प्रदेश के प्रत्येक आमजन को कोरोना वैक्सीन नि:शुल्क लगाई जाये.
3-पहली लहर और वर्तमान में अधिक संक्रमित क्षेत्रों की पहचान कर वहां वैक्सिनेशन का काम प्राथमिकता से किया जाए.
4-कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता और सुरक्षित स्टोरेज करने से इस अभियान में तेज़ी आएगी
5-कोरोना वैक्सीन की जिलों में उपलब्ध न होने के कारण काम प्रभावित हो रहा है. इसलिए प्रदेश के सभी केंद्रों पर वैक्सीन समय पर सप्लाई की जाए.
6-स्वास्थ्य कार्यकर्ता और अन्य की सहायता लेकर घर-घर जाकर लोगों को वैक्सिनेशन सेंटर तक आने के लिए प्रेरित किया जाए.
7-कोरोना की जांच के लिए रैपिड टेस्ट की संख्या और गति बढ़ाई जाए. घर-घर जाकर टेस्ट किये जाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच हो सके. व्यापक और नि:शुल्क टेस्टिंग से कोरोना काबू में करने में मदद मिलेगी. टेस्ट की रिपोर्ट कम से कम समय जैसे 8 घंटे में जारी की जाए.
8-ट्रेसिंग सर्वे के काम में भी गति लाई जाए.
9-कोरोना की निजी अस्पतालों में जांच की दर न्यूनतम तय की जाए. इसके लिए लगातार निगरानी और सख्त व्यवस्था हो.
10-कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज की पुख्ता व्यवस्था की जाए.
11- प्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए आईसीयू, एच.डी.यू. बेड और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता लगभग समाप्त हो गई है. इस विषय पर तत्काल कार्रवाई आवश्यक है, अन्यथा की स्थिति भयावह होगी.
12-अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्ध हो, इसके लिए तत्काल आवश्यक निर्णय लिये जाएं. प्रदेश के ऐसे ऑक्सीजन प्लांट जो किसी कारण से बंद हैं, उन्हें फौरन फिर से चालू किया जाए.