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- The ICU Bed Is The One That Has A Lethal Disease That Needs To Control Oxygen Flow Immediately.
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भोपाल8 मिनट पहले
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कोविड मरीज को लक्षण देखने के बाद ही मिलेंगे बेड (फाइल फोटो)।
प्रदेश में अब कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने का भी प्रोटोकॉल जारी हो गया है। इसमें तय किया गया है कि किस लक्षण वाले मरीज को कौन सा बेड मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। होम आइसोलेशन को भी प्रोटोकॉल के दायरे में लाया गया है और इन प्रोटोकॉल की निगरानी के लिए सीएमएचओ के अधीन नोडल अधिकारी भी बना दिए गए हैं।
ये लक्षण देखे जाएंगे : गर्भवती, 60 वर्ष से अधिक के मरीज को सीधे भर्ती करेंगे
अस्पताल में किसे भर्ती करेंगे : जिस मरीज का एसओपी-94%, रेस्पिरेटरी रेट 24 प्रति मिनट, तापमान 1010 एफ हो। प्रेग्नेंट कोविड पॉजिटिव, 60 वर्ष से अधिक को सीधे एडमिशन। कोमाॅर्बिड, एक्स-रे, एचआरसीटी देखने के बाद बाकी मरीज भर्ती किए जाएंगे।
सामान्य आइसोलेशन बेड : जिनके पास होम आइसोलेशन की जगह न हो। हल्के लक्षण हों और कोमाॅर्बिड हों। एसपीओ 2 -95% हो।
ऑक्सीजन बेड : एसपीओ 2 स्तर 90-94% हो। पांच लीटर/मिनट के मान से ऑक्सीजन फ्लो रेट को नियंत्रित करने की आवश्यकता हो। कोमोर्बिडिटी (गंभीर जानलेवा बीमारी वाले) कोविड पॉजिटिव रोगी हो।
हाई डिपेन्डेंसी यूनिट बेड : जिनका एसपीओ 2 स्तर 90% हो एवं ऑक्सीजन उच्च फ्लो यानी पांच लीटर प्रति मिनट की दर से देने की जरूरत हो। कोमोर्बिडिटी वाले पॉजिटिव रोगी हो।
आईसीयू बेड : हाई फ्लो पर ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत हो। वेंटिलेटर लगाना पड़े या एचएफएनसी सपोर्ट देना हो। गंभीर जानलेवा कोमोर्बिडिटी वाले संक्रमित हो।
डिस्चार्ज के भी मापदंड : कोविड पॉजिटिव रोगी का ऑक्सीजन सेचुरेशन निरंतर 3 दिवस तक बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के 95% एसपीओ 2 होने तथा बुखार कम करने की दवा के बगैर बुखार न होने पर चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार डिस्चार्ज किया जा सकता है। ऐसे रोगी घर पर आगामी 7 दिवस तक होम आइसोलेशन में रहकर अपने स्वास्थ्य की खुद निगरानी करेंगे।
होम आइसोलेशन : इसकी अनुमति देते समय एक ‘होम आइसोलेशन’ किट दी जाएगी। इसमें 12 सामग्री और दवाएं होंगी। यह किट सीएमएचओ द्वारा जिले के कुल एक्टिव कोविड-19 केसों की संख्या के 60 प्रतिशत के हिसाब से तैयार होगी। पॉजिटिव व्यक्ति के पास स्वयं की निगरानी के लिए डिजिटल थर्मामीटर और पल्सोक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाएगा।