- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- Nigerian Youth Who Lured Expensive Gifts By Friendship On Social Media Arrested, Woman Cheated Rs 31 Lakh In The Name Of Ransom
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
युवतियों व महिलाओं से दोस्ती करने वाले नाइजीरियन युवक को पुलिस दिल्ली से गिरफ्तार कर ले आई है।
सोशल मीडिया पर महिलाओं से दोस्ती कर उन्हें महंगे विदेशी उपहार का झांसा देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के सदस्य नाइजीरियन युवक काे राज्य साइबर सेल ने पकड़ा है। आरोपी ने पाॅर्सल छुड़ाने के नाम पर कस्टम अधिकारी बनकर पीड़ित से अलग-अलग बैंकों के चार खातों में 31 लाख 64 हजार रुपए जमा करा लिए थे। इसके अलावा भी उसने और रुपयों की मांग की और तीन अन्य बैंक खाते दिए। उसके पास से दो लैपटॉप, 3 पेन ड्राइव, 9 मोबाइल, 8 सिम कार्ड, 2 डोंगल, पासपोर्ट, 8 अलग-अलग बैंक खाते (जिसमें 6 ग्वालियर ब्रांच की पासबुक), 3 एटीएम डेबिट कार्ड और 11000 रुपए नकद मिले हैं।
एसपी राज्य साइबर सेल जितेन्द्र सिंह ने बताया, 18 नवंबर 2020 को मालवा मिल निवासी 60 वर्षीय महिला ने शिकायत की थी। उसने बताया कि एक विदेशी युवक ने अपना नाम डेविस लाॅरेन्स बताया था। उससे सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई थी। चैटिंग के दौरान उसने मोबाइल नंबर लिया। कई विदेशी नंबरों से चैटिंग के जरिए विदेशी उपहार भेजने का झांसा दिया। उसने इलेक्टाॅनिक डिवाइस और विदेशी मुद्रा पांउड भेजने की बात कही। उसने पाॅर्सल की कीमत 1 करोड़ 95 लाख से अधिक रुपए बताई थी। पार्सल छुड़ाने के लिए में बदमाश कस्टम अधिकारी बनकर पीड़ित से अलग-अलग बैंकों के चार खातों में 31 लाख 64 हजार रुपए जमा करा लिए। इसके अलावा भी उसने और रुपयों की मांग की और तीन अन्य बैंक खाते दिए।
पुलिस ने जांच के दौरान जब बैंक खाते और मोबाइल नंबरों की सर्चिंग की, तो वह दिल्ली में रहने वाले नाइजीरियन विदेशी युवक विज्डम तक पहुंची। आरोपी विज्डम ने बताया, 2014 और 2017 में वह बिजनेस वीजा पर भारत आया। वीजा खत्म होने के बाद अवैध रूप से दिल्ली एनसीआर में रहकर ठगी करने लगा। वह अलग-अलग विदेशी फर्जी नामों से फेसबुक आईडी बनाकर विशेष कर भारतीय युवती व महिलाओं से चैटिंग कर झांसे में लेकर दोस्ती करता था। जब वे भरोसा करने लगतीं, तो महंगे गिफ्ट व उपहार का लालच देता था। फिर गिरोह के अन्य सदस्य कस्टम अधिकारी बनकर युवती या महिलाओं से पॉर्सल छुड़वाने की एवज में टैक्स व पैनल्टी के नाम पर रुपयों की डिमांड कर बैंक खाते उन्हें मैसेज करते थे। जो रुपए नहीं डालते थे, उन्हें लीगल एक्शन का डर दिखाकर जेल जाने की धमकी देकर रुपए ट्रांसफर करवाते थे।
आरोपी दलाल, मजदूर और गरीबों को रुपयों का लालच देकर उनके दस्तावेज लेकर खाते खुलवाते थे। इसमें वे रुपए डलवाते थे। यही नहीं, ये लाॅटरी और इनाम के नाम पर भी लोगों से ठगी करते थे।