- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhind
- Seal Of Forensing Department On The Claim Of Former Minister, Bhind Police Now Surrounded In The Case Of Death Of Seven People
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भिंड5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
फाइल फोटो।
- प्रशासनिक अफसरों के गले में अटका जहरीली शराब कांड
भिंड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र में होली के त्योहार पर शराब पीने से हुई मौत हुई थी। इन मृतकों का पीएम कराकर मृतकों का विसरा ग्वालियर स्थित क्षेत्रीय फॉरेंसिक लैब में भेजा गया था। विसरा की जांच के बाद पीएम फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने शराब को जहरीला पाया। जांच के दौरान पाया गया कि मृतकों ने जिस शराब का सेवन किया था उसमें इथेनॉल की मात्रा ज्यादा थी। इस वजह से शराब नुकसानदायक थी, जिसे पीने से मौत का कारण बनी।
यह रिपोर्ट की जानकारी प्रशासनिक अफसरों के पास आ चुकी है। अब जिलेभर के अधिकारी इस मामले में सिर जोड़कर बैठे हैं। इस जांच रिपोर्ट को लेकर भास्कर ने फॉरेंसिंग विभाग से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट की जानकारी अफसर ले चुके है। नाम न लिखे जाने पर इथेनॉल की मात्रा शराब में ज्यादा होने की बात भी स्वीकार की है।
बीते दिनों होली उत्सव के दौरान मिहोना और रौन थाना क्षेत्र के जैतपुरा गुढ़ा, असनेहट, चांदौख सहित यूपी सीमा के दो गांव में दो लोगों सहित सात लोगों की मौत हुई थी। यह मृतक को लेकर पहले ही दिन से पूर्व मंत्री एवं लहार विधायक डाॅ गोविंद सिंह, शराब का जहरीला होना बताते आ रहे थे। इन सात लोगों की मौत को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सामान्य मौत करार दे रही थी। प्रशासनिक अफसरों का कहना था कि शराब जहरीली नहीं आ रही और जिले में अवैध शराब का कारोबार थमा है।
मृतकों ने ज्यादा मात्रा में शराब का सेवक किया है इसलिए सामान्य मौत है। हालांकि इस मामले में तीन लोगों का पीएम कराया गया था। सूत्र बताते है कि यह पीएम रिपोर्ट की जानकारी पुलिस विभाग के आईजी, एसपी को दी जा चुकी है।
इसलिए रात के अंधेरे में मृतकों के घर पहुंचे थे अफसर
बीत रोज कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस और एसपी मनोज कुमार सिंह सहित आबकारी अफसर चांदौख, जैतपुरा गुढ़ा और असनेहट पहुंचे थे। यहां पहुंचे मृतकों के परिजनों से बातचीत की थी। घटना से एक सप्ताह बाद रात के अंधेरे में प्रशासनिक अफसरों का मृतकों के घर जाना भी जांच रिपोर्ट को पुष्ट करता है। हालांकि इस मामले में भिंड के पुलिस अफसर व प्रशासनिक अफसर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।