लॉकडाउन के पहले का हाल: छिंदवाड़ा के बाजारों में उमड़ी भीड़, कोविड नियमों की अनदेखी पर प्रशासन मौन; देर रात तक जारी नहीं हुई होम डिलीवरी वाले दुकानदारों की सूची

लॉकडाउन के पहले का हाल: छिंदवाड़ा के बाजारों में उमड़ी भीड़, कोविड नियमों की अनदेखी पर प्रशासन मौन; देर रात तक जारी नहीं हुई होम डिलीवरी वाले दुकानदारों की सूची


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छिंदवाड़ा23 मिनट पहले

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छिंदवाड़ा में लगाए जा रहे 7 दिन के लॉक डाउन के पहले गुरुवार को दिन भर बाजार में भरी भीड़ देखने को मिली। खरीदारी के वक्त लोगों के चेहरे पर कहीं भी कोरोना का डर नहीं दिखाई दिया। बाजार में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने भी कोई खास व्यवस्था नहीं की थी, जिससे दुकानों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें दिखाई दी।

कई बार बने जाम के हालात।

कई बार बने जाम के हालात।

विवाह के लिए खरीदारी करने पहुंचे लोगों ने भी उड़ाई नियमों की धज्जियां

नगर के गोल गंज बाजार सहित अन्य कपड़ा मार्केट में लोगों ने लॉकडाउन से पहले खरीदारी करने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। इस दौरान दुकानदारों ने भी गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया।

फलों के दाम में दिखी तेजी, सेब 240 रुपए प्रति किलो बिका
लॉकडाउन के पहले सब्जी बाजार की तरह फलों के बाजार में भी दाम सातवें आसमान पर दिखाई दिए। 1 दिन पहले तक जो अंगूर मार्केट में 60 से ₹70 किलो तक बिक रहा था वह 80 से ₹100 प्रति किलो तक बिका। सेब की कीमत भी ₹180 से बढ़कर 240 से ₹260 प्रति किलो तक रही। फल विक्रेताओं ने भी लॉकडाउन के बहाने ग्राहकों की जमकर जेब काटी गई। इस तरह की धांधली रोकने प्रशासन कोई कदम नहीं उठाया।

लॉकडाउन लगने के बाद भी जारी नहीं की गई होम डिलीवरी वाले दुकानदारों की सूची

जिले में 7 दिनों का लॉकडाउन गुरुवार रात्रि 8:00 बजे से ही प्रभावी हो गया है, ऐसे में कलेक्टर ने लॉकडाउन लगाने से पहले आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए संबंधित दुकानदारों की सूची जारी करने की बात कही थी, लेकिन लॉकडाउन प्रभावी होने के बाद देर रात तक सूची जारी नहीं की गई। वहीं बाजारों में एक बार फिर से जमाखोर सक्रिय होते दिखाई दिए। ग्रामीण अंचलों के दुकानदारों ने क्षमता से अधिक राशन और अनावश्यक वस्तुओं का संग्रहण किया जिस पर प्रशासन ने कोई अंकुश नहीं लगाया।

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