सुरक्षा प्रोटोकॉल का कोई भी उल्लंघन टूर्नामेंट को बाधित कर सकता है. इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कोविड-19 को रोका जा सकता है. यह कहीं भी और कभी भी नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए लीग में शामिल सभी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो वह उनके लिए बुरे सपने की तरह हो सकता है. इसमें शामिल सभी लोगों को इस बारे में पता है और वे उसे लेकर जागरूक भी हैं. कुछ महीने पहले पाकिस्तान सुपर लीग का बीच में स्थगित होना सबके लिए सबक की तरह है. कुछ आयोजकों, टीम मालिक और खिलाड़ियों ने कोरोना को हल्के में लिया और पाकिस्तान क्रिकेट को यह झटका लगा.
खिलाड़ियों, फ्रेंचाइजी, ब्रॉडकास्टर और आयोजकों के लिए गलती करने की थोड़ी-सी भी संभावना नहीं है. सच कहा जाए तो आईपीएल के मौजूदा सीजन को देखने से महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है. 2020 आईपीएल के सफल आयोजन के पीछे यूएई सरकार के कड़े नियमों का होना था. हमारे यहां भी नियमों को लेकर पूरी कड़ाई होनी चाहिए. चलता है जैसा रवैया नहीं होना चाहिए. महामारी के बीच कई देशों में क्रिकेट फिर से शुरू हो गया है. लेकिन इसके बाद भी कुछ समस्याएं हैं. अगर आईपीएल को नुकसान होता है तो भारत की भी छवि खराब होगी. कुछ खिलाड़ियाें जैसे जोस हेजलवुड, जोस फिलिम, मिचेल मार्श के हटने से पहले ही टूर्नामेंट को झटका लग चुका है. इसके बाद भी बहुत सारे विदेशी खिलाड़ियों और भारत के बड़े खिलाड़ियाें के शामिल होने से इसका ज्यादा असर नहीं होगा. यह आईपीएल की ब्रांड वैल्यू की वजह से है. कोई दूसरी लीग में फाइनेंशियल तौर पर इतना बड़ा रिवॉर्ड नहीं मिलता.
एक स्थापित खिलाड़ी के लिए यह लीग महत्वपूर्ण होती है. आईपीएल की सफलता से उसका इंटरनेशनल करियर भी तेजी से बढ़ता है. इस सीजन में भी पहले की तरह आठ टीमों के बीच संघर्ष देखने को मिलेगा. मैं विजेता के बारे में भविष्यवाणी नहीं कर सकता. टी20 फॉर्मेट आश्चर्य और उतार-चढ़ाव से भरा है. आठ टीमों में अच्छे खिलाड़ियाें के होने से आप कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकते. पिछले परिणाम से यह स्पष्ट नहीं होता है कि सभी टीम बराबर हैं. ओपनिंग मुकाबला मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेलना जाना है. इन दोनों के रिकॉर्ड को देखें तो मुंबई ने पांच बार खिताब जीता है. दूसरी ओर आरसीबी एक भी खिताब नहीं जीत सकी, जबकि उसके पास अच्छे खिलाड़ी थे.
इस तरह के आंकड़े बताते हैं कि टी20 क्रिकेट में टैलेंट के अलावा कई और कारक महत्वपूर्ण हाेते हैं और खासकर आईपीएल में. टीम की संरचना और बैलेंस को विभिन्न परिस्थितयों और उसे संभालने वाले खिलाड़ियों महत्वपूर्ण होते हैं. क्योंकि 6 से 8 हफ्ते तक एक ही स्टेमिना से खेलना आसान नहीं होता. ये चीजें सफलता के लिए आवश्यक हो सकती हैं. लेकिन खिलाड़ियों और मैनेजमेंट के लिए बीच संतुलन भी काफी महत्वपूर्ण हाेता है. पिछले रिजल्ट को देखें तो मुंबई इंडियंस बेहतर दिख रही है, जबकि बैंगलोर के कई ढीले छोर हैं. हालांकि ओपनिंग मैच में बैंगलोर को हल्के में नहीं लिया जा सकता.
मौजूदा सीजन में होम ग्राउंड पर मुकाबले नहीं है. इस कारण यह एक्स फैक्टर नहीं हो सकता. सभी टीमें पिच और कंडिशन से परिचित हैं और उसी के हिसाब से खिलाड़ियों का चयन करेंगी. बदले फॉर्मेट से वे कैसे प्रभावित हाेंगी, इसे देखा जाना बाकी है. इसके बाद भी सबसे ज्यादा नजर भारतीय खिलाड़ियों पर हाेगी, जो चोट के कारण या अन्य कारणों से वापसी करने जा रहे हैं. देखना होगा कि रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन करते हैं. यह सिर्फ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए ही नहीं बल्कि इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी महत्वपूर्ण है.
इसके अलावा आर अश्विन, जिन्होंने टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया है. आईपीएल के द्वारा लिमिटेड ओवर क्रिकेट में वापसी करना चाहेंगे. यहां का प्रदर्शन उन्हें टी20 वर्ल्ड कप टीम में जगह दिला सकता है. यहां मैंने कुछ ही खिलाड़ियों के नाम लिए हैं, लेकिन कम से कम एक दर्जन खिलाड़ियों के लिए यह आईपीएल महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. (डिस्क्लेमर: यह लेखक के निजी विचार हैं.)
अयाज मेमनपत्रकार और कॉमेंटेटर
सीनियर पत्रकार और कॉमेंटेटर. देश-विदेश के कई अखबारों और पत्रिकाओं के लिए कॉलम लिखते हैं.
First published: April 9, 2021, 10:31 AM IST