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जबलपुरएक घंटा पहले
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सिहोरा तहसील अंतर्गत जुझारी आयुर्वेद औषधालय में त्रिकटु चूर्ण खत्म हो गया है। इससे लोगों को अस्पताल से बैरंग लौटना पड़ रहा है। यह स्थिति जिले भर के अधिकांश औषधालयों की है। ग्रामीणों का कहना है, कोरोना की पहली लहर में शासन द्वारा त्रिकटु चूर्ण बांटा गया था, जो कोरोना से बचाव में काफी कारगर भी साबित हुआ। इसलिए दूसरी लहर में भी लोग त्रिकटु चूर्ण लेने पहुंच रहे हैं।
वहीं, अधिकारियों का कहना है कि त्रिकटू चूर्ण अधिकांश औषधालयों में खत्म हो गया है। डिमांड भोपाल मुख्यालय भेजी गई है। जानकारी के अनुसार आयुष विभाग की जीवन अमृत योजना के तहत त्रिकटु चूर्ण कोरोना की पहली लहर के दौरान बांटा गया था।
चिकित्सा विशेषज्ञों का दावा था कि चूर्ण से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सर्दी-जुखाम, श्वांस रोग, खांसी, बुखार इत्यादि बीमारियों पर त्रिकटु चूर्ण का काढ़ा कारगर है। क्षेत्र के महेंद्र सिंह ठाकुर, युद्धवीर पटेल, योगेन्द्र चौबे, डॉ. सीताराम विश्वकर्मा, आकाश जैन, ब्रजमोहन पटेल, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, युगलकिशोर पटेल, इंद्रगोपाल पटेल आदि ने शीघ्र ही त्रिकटु चूर्ण अस्पताल में उपलब्ध कराने की मांग की है।
इनका कहना है
- बड़े लंबे समय से जिले में त्रिकटु चूर्ण का स्टॉक खत्म है। मांग पत्र बनाकर भोपाल मुख्यालय भेजा गया है। स्टॉक उपलब्ध होते ही ग्रामीणों को चूर्ण प्रदान किया जाएगा। – डॉ. सुरत्ना सिंह जिला आयुर्वेद अधिकारी