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जयपुरकुछ ही क्षण पहले
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राजस्थान में होने वाले तीन सीटों पर उपचुनावों में अब तक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रचार से दूर हैं। सहाड़ा सीट से ग्वालियर रियासत और सिंधिया परिवार का रियासतकाल से नाता रहा है। BJP इसी पुराने रिश्ते को भुनाने के लिए पहले वसुंधरा राजे से सहाड़ा में सभा करवाना चाहती थी, लेकिन वह अब तक प्रचार के लिए नहीं आईं हैं। भाजपा अब राजे की जगह उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रचार मैदान में उतार रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की रविवार दोपहर गंगापुर में चुनावी सभा होगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ने और BJP में शामिल होने के बाद पहली बार राजस्थान का चुनावी दौरे करेंगे। BJP की ओर से सिंधिया की राजस्थान में यह पहली चुनावी सभा है। इससे पहले वह नवंबर 2018 में कांग्रेस के पक्ष में चुनावी सभा करने आए थे। सिंधिया की सभा की तैयारियों में पार्टी के नेता जुटे हुए हैं। प्रदेश की सहाड़ा (भीलवाड़ा), सुजानगढ़ (चूरू) और राजसमंद सीट पर चुनाव होने हैं। यहां 17 अप्रैल को वोटिंग होगी।
गंगापुर से सिंधिया घराने का 230 साल पुराना रिश्ता
सहाड़ा के गंगापुर क्षेत्र का सिंधिया खानदान से 230 साल पुराना रिश्ता है। गंगापुर सहाड़ा क्षेत्र के कई गांव ग्वालियर रियासत के अधीन आते थे। इस वजह से सिंधिया घराने का इस इलाके के लोगों में प्रभाव रहा है। इसके पीछे ऐतिहासिक कारण है। बताया जाता है कि मेवाड़ राजघराने की बेटी गंगाबाई ग्वालियर की बहू थीं।
उदयपुर महाराणा और देवगढ़ के उमराव के बीच अनबन हो गई थी। गंगाबाई समझौता करवाने उदयपुर आई थीं। वहां से लौटते वक्त गंगापुर के निकट लालपुरा गांव में उनका निधन हो गया था। उनके नाम पर ही गंगापुर कस्बा बना। वहां पर गंगाबाई छतरी और मंदिर भी है।
उस समय राजवंशों की परंपरा के अनुसार, जिस जगह अंतिम संस्कार हो वह जगह रियासत की होनी जरूरी थी। उस परंपरा के तहत मेवाड़ रियासत ने इन गांवों को ग्वालियर रियासत को दे दिया था। वसुंधरा राजे भी गंगापुर से इस रिश्ते को निभाती आई हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहते हुए गंगापुर आए थे। तब उनका भारी स्वागत हुआ था।
ज्योतिरादित्य से वसुंधरा राजे की भरपाई के सियासी मायने
भाजपा की निगाह सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र वाले गांवों के वोटों पर है। भाजपा के रणनीतिकार ग्वालियर रियासत का हिस्सा रहे गांवों के लोगों के बीच ज्योतिरादित्य की सभा करवाकर वोटों को अपने पक्ष में करने की कवायद कर रहे हैं। इसके साथ वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
ज्योतिरादित्य के दौरे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का तंज
ज्योतिरादित्य के चुनावी दौरे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तंज कसा। डोटासरा ने कहा- जो अब हमारे नहीं वे अब कहीं भी प्रचार करें। हमें कोई मतलब नहीं। हालांकि, राजस्थान के कांग्रेस के दोस्त भी उनसे पूछेंगे कि उनके BJP में मंत्री बनने का क्या हुआ?