महाकाल के दर पहुंचा कोरोना, वर्षों से रुद्र का पूजन कर रहे पुजारी चंद्र मोहन काका की संक्रमण से मौत

महाकाल के दर पहुंचा कोरोना, वर्षों से रुद्र का पूजन कर रहे पुजारी चंद्र मोहन काका की संक्रमण से मौत


महाकाल मंदिर के पुराने पुजारी चंद्र मोहन काका का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया. (File)

Coronavirus at Mahkal door. महाकाल मंदिर में वर्षों से सेवा कर रहे वृद्ध पंडित चंद्र मोहन काका का निधन हो गया. वे कोरोना संक्रमण के चलते बीमार हो गए थे. उनके निधन की खबर से शहर में शोक की लहर दौड़ गई.


  • Last Updated:
    April 10, 2021, 1:45 PM IST

उज्जैन. उज्जैन शहर से एक दुखद खबर आई है. पिछले कई वर्षों से भगवान महाकाल की सेवा करने वाले पुजारी चंद्र मोहन काका का शनिवार को कोरोना संक्रमण से देहांत  हो गया. पुजारी चंद्र  मोहन के  निधन की खबर लगते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई. महाकाल मंदिर में पंडे-पुजारियों ने स्व. चंद्र मोहन को श्रद्धांजलि दी. अभी भी  दो अन्य  पुजारी  अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. इस तरह कोरोना अब महाकाल मंदिर तक भी पहुंच गया है.

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या को पहले से ही कम कर दिया गया है.  आम और वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ बैरेकेटिंग से ही दर्शन व्यवस्था रखी गई है. इसके बावजूद भी महाकाल मंदिर के तीन पुजारी और चार कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए. इसके बाद पिछले महीने संक्रमित हुए चंद्र मोहन पुजारी को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन, आज उनकी मौत की दुखद खबर उज्जैन पंहुची.

चक्र तीर्थ पर किया गया अंतिम संस्कार

स्व. चंद्र मोहन के निधन की खबर आते ही  महाकाल मंदिर में पंडे-पुजारी शोक में डूब गए. यहां 2 मिनट का मौन भी रखा गया. दूसरी ओर, उनके शव को उज्जैन लाया गया है. हालांकि, केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक, शव को परिवार को नहीं सौपा गया. शव का अंतिम संस्कार निगमकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने चक्र तीर्थ पर किया.कोरोना के लिए मंदिर में पूजन शुरू 

कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए महाकाल की पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है. श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा आयोजित 11 दिवसीय अनुष्ठान के दौरान 76 पंडित दो शिफ्ट में रोज महारुद्र महामृत्युंजय जाप  करेंगे. मंदिर समिति के सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने बताया कि अनुष्ठान की पूर्णाहुति 19 अप्रैल को होगी. मंदिर समिति द्वारा कोरोना वायरस के पूरी तरह खात्मे और जनकल्याण के लिए सवा लाख महामृत्युंजय जाप का अनुष्ठान किया गया है. इस दौरान मंदिर में उपस्थित सभी पंडितों द्वारा कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अनुष्ठान के दौरान बैरिकेड से दर्शनार्थियों की दर्शन की व्यवस्था यथावत चलती रहेगी.









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