कोविड वार्ड से भेजा अंतिम मैसेज: मुझे बाहर निकालो, एक घंटे में मेरे आसपास के चार लोग निपट चुके हैं

कोविड वार्ड से भेजा अंतिम मैसेज: मुझे बाहर निकालो, एक घंटे में मेरे आसपास के चार लोग निपट चुके हैं


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खंडवा2 घंटे पहले

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एंबुलेंस में फारुक का शव घर ले जाते हुए परिजन, सिस्टम में खामियां हैं इसलिए यह फोटो ब्लैक एंड व्हाइट।

  • मरीज ने भतीजे को रात में मैसेज किया और सुबह आ गई उनकी मौत की खबर

मुझे यहां से निकालो। मेरे आसपास एक घंटे में चार लोग मर चुके हैं। और अभी पूरी रात बाकी है। यह अंतिम मैसेज कोविड वार्ड में भर्ती उस मरीज के हैं, जिसने इसके कुछ घंटे बाद ही यहां दम तोड़ दिया। रात में मौत के बीच जिंदगी के लिए जद्दोजहद करने वाले यह मरीज है गुलमोहर कॉलोनी निवासी फारुक गौरी (48)।

जिन्होंने यह मैसेज अपने भतीजे को भेजा था। कुछ देर पहले मैसेज मिलने के बाद अपने मरीज को सही सलामत वार्ड से निकालने की परिजन चर्चा ही कर रहे थे कि सोमवार सुबह 6 बजे अस्पताल से उनकी मौत की खबर आई। फारुक गौरी के भतीजे इमरान गौरी, अफजल गौरी व भाई जानकारी मिलते ही कोविड सेंटर पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर व स्टाफ नर्स से पूछा कि आपने पिछले चार दिनों में क्या इलाज किया। मेडिकल के पर्चे बताओ। हैरत की बात है कि फारुक के इलाज का कोई रिकार्ड नहीं था। दो घंटे तक परिजन के साथ टालमटोल वाला बर्ताव किया गया।

मृतक फारुक।

मृतक फारुक।

स्टाफ यह भी नहीं बता पाया फारुक की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है या पॉजिटिव। क्योंकि उन्हें भर्ती करने के बाद से उनकी जांच नहीं की गई। फारुक को चार दिन पूर्व ऑक्सीजन रेट कम होने होने पर जिला अस्पताल में डॉ. नितिन कपूर ने चेक किया। तब उनकी पल्स 55 थी। परिजन ने तत्काल सारी वार्ड में भर्ती किया था। कोरोना की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन भले ही सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत उलट है। रविवार सुबह से लेकर देर रात तक मौतें आइसोलेशन वार्ड में हुई, लेकिन हरदा और बुरहानपुर के दो पॉजिटिव मरीजों की मौत की जानकारी ही सामने आई।

दो घंटे बाद ओवर राइटिंग कर बनाए कागज
मृतक के परिजन व रिश्तेदार-दोस्तों के हंगामे की जानकारी मिलने पर मोघट पुलिस भी कोविड सेंटर पहुंची। परिजन ने कहा कि हमारा एक ही सवाल है कि हमारा मरीज तीन-चार दिन से कोविड सेंटर में भर्ती था। वह कल रात 12 बजे तक हमसे फोन पर बात करता रहा। सुबह अस्पताल से फोन आया कि आपका मरीज नहीं रहा। हमें जो मोबाइल पर दस्तावेज दिए गए हैं, उसमें ओवर राइटिंग है, जो मांगने पर तत्काल में बनाए गए हैं।

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