टायर पंचर कर लूट: बस स्टैंड के पास से समिति प्रबंधक का बैग चोरी, 20 हजार नकद और समिति के महत्वपूर्ण दस्ताबेज गायब

टायर पंचर कर लूट: बस स्टैंड के पास से समिति प्रबंधक का बैग चोरी, 20 हजार नकद और समिति के महत्वपूर्ण दस्ताबेज गायब


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Satna
  • Committee Manager’s Bag Stolen From Near Bus Stand, 20 Thousand Cash And Important Documents Of Committee Missing

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

सतना10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

इसी गाड़ी में रखा बैग हुआ पार

  • कोलगवां थाना क्षेत्र के बैंक आफ महाराष्ट्र के सामने का मामला, सोशल मीडिया में मचे बवाल के बाद पहुंची पुलिस

सतना शहर के कोलगवां थाना अंतर्गत बस स्टैंड के पास से एक समिति प्रबंधक के साथ लूट का मामला सामने आया है। बताया गया कि पीड़ित बैंक आफ महाराष्ट्र के बगल में श्री ड्रेसेस से कपड़े खरीद रहा था। जबकि बोलेरो वाहन मुख्य मार्ग पर खड़ा था। ऐसे में शातिर ठगों ने पहले गाड़ी को पंचर कर दिया। फिर खुद बताए कि आपके वाहन में तो हवा ही नहीं है। ऐसे में गाड़ी में बैठे लोग उनकी नियत नहीं समझ पाए और स्टेपनी बदलने लगे। जैसे ही सभी लोग टायर बदलने में व्यस्त हो गए। तभी शातिर बदमाश रुपए और रिकार्डों से भरा बैठ लेकर चपत हो गए। पीड़ित जब लौटकर आया तो देखा की वाहन में उसका बैग ही नहीं है। तब उसे अपने साथ हुई लूट का आभास हुआ। आनन फानन में डायल 100 और पुलिस को सूचना दी। लेकिन समय पर कोई मदद नहीं किया। अंत में समिति प्रबंधक ने सोशल मीडिया में मामले की जानकारी बताई तो पुलिस के कान खड़े हुए तो भाग कर मौके में आए। हालांकि बैंक आफ महाराष्ट्र के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी दिखे है। जिनको पुलिस ने खोजना शुरू कर दिया है।

मिली जानकारी के मुताबिक अमरपाटन तहसील के छिन्ना समिति प्रबंधक प्रदीप कुमार मिश्रा सरकारी कार्य से सतना शहर आए हुए थे। जिन्होंने आफिस का कार्य पूरा करने के बाद चलते चलाते बाजार करने लगे। मंगलवार की शाम करीब 5 बजे वे बैंक आफ महाराष्ट्र के सामने चार पहिया वाहन को खड़े कर श्री ड्रेसेस में कपड़े खरीदने लगे। हालांकि उस समय दो तीन लोग चार पहिया वाहन में ही बैठे रहे। लेकिन गांव के भोल भाले लोग शातिर ठगों से अनजान रहे। इतने में एक शातिर ठग आया और बोला भैया आपकी गाड़ी पंचर है। जिसको गाड़ी में बैठे लोग देखते हुए स्टेपनी बदलने लगे। इधर बातों में उलझाये रहे बदमाश बैग लेकर फरार हो गए और उन लोगों को पता तक नहीं चला।

पुलिस ने थाने से भगाया
जब समिति प्रबंधक कपड़े खरीदकर गाड़ी के पास पहुंचे तो देखा कि रुपयों वाला बैग ही गायब है। सहयोगियों से जानकारी ली तो वे आधे घंटे की पूरी फिल्म बताई। तब पीड़ित को लगा कि हम लूट के शिकार हो चुके है। ऐसे में उसने डायल 100 और थाना पुलिस को सूचना दी। जब कोई नहीं पहुंचा तो पीड़ित खुद थाने पहुंचकर लूट की वारदात को बताया। जहां पर किसी ने सुना नहीं। उपर से डाटते हुए थाने से भागा दिया। ऐसे में लूट का शिकार समिति प्रबंधक सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए मीडिया को सारी सच्चाई बताई। फिर कुछ देर बात थाना प्रभारी से पीड़ित ने संपर्क किया तो पुलिस पहुंची और जांच शुरु की।

खबरें और भी हैं…



Source link