राहत की खबर: रेमडेसिविर की बड़ी खेप इंदौर एयरपोर्ट पहुंची; उज्जैन, देवास, भोपाल, ग्वालियर और रीवा में हेलिकॉप्टर और स्टेट प्लेन से भेजा जाएगा इंजेक्शन

राहत की खबर: रेमडेसिविर की बड़ी खेप इंदौर एयरपोर्ट पहुंची; उज्जैन, देवास, भोपाल, ग्वालियर और रीवा में हेलिकॉप्टर और स्टेट प्लेन से भेजा जाएगा इंजेक्शन


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इंदौर9 मिनट पहले

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प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी धीरे-धीरे दूर हो रही है । गुरुवार सुबह नागपुर से सड़क मार्ग से 200 बॉक्स में 9 हजार 600 रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खेप इंदौर एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां से इन्हें स्टेट प्लेन और हेलिकॉप्टर से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में भेजा जाएगा। इस दौरान एयरपोर्ट पर व्यवस्था के लिए एडीएम अजयदेव शर्मा प्रशासन के अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद थे।

हेलिकॉप्टर से 42 बॉक्स भोपाल, 7 बॉक्स रतलाम और 4 बॉक्स खंडवा पहुंचाया जाएगा। इसी तरह स्टेट प्लेन से 19 बॉक्स ग्वालियर, 18 बॉक्स रीवा, 39 बॉक्स जबलपुर और 14 बॉक्स सागर भेजे जाएंगे‌। 57 रेमडेसिविर इंजेक्शन के बॉक्स इंदौर के लिए रखे जाएंगे।

इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंची रेमडेसिविर इंजेक्शन के 200 बाॅक्स।

इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंची रेमडेसिविर इंजेक्शन के 200 बाॅक्स।

क्या फायदा है रेमडेसिविर इंजेक्शन का —

एक मरीज काे 4 से 10 इंजेक्शन लग सकते हैं
कोरोना संक्रमित को केवल रेमडेसिविर इंजेक्शन देने से उसकी सेहत में कोई बदलाव नहीं होता, लेकिन संक्रमण की शुरुआत में लक्षण सामने आना की स्टेज में स्टेरॉयड दवा के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन देने पर मरीज को आराम मिलता है। लेकिन गंभीर और अति गंभीर श्रेणी के संक्रमित मरीज को स्टेरॉयड के साथ रेमडेसिविर देने से उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं होता।

वजह- इस श्रेणी के मरीजों में स्टेरॉयड दवा भी बेअसर होती है। कोविड संक्रमित एक मरीज को 4 से 10 इंजेक्शन तक लगाए जाते हैं।

यह मॉडरेट पेशेंट के हॉस्पिटल स्टे को कम करता है
कोविड संक्रमित मरीज को शुरुआत में गले और फेफड़ों में सूजन आती है और फिर बुखार के साथ कोरोना के लक्षण उभरने लगते हैं। यह कोविड की मॉडरेट स्टेज है। इस स्टेज में मरीज को डॉक्टर्स स्टेरॉयड दवा देते हैं। यदि स्टेरॉयड के साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाता है तो मरीज की सेहत में तेजी से सुधार होता है। नतीजतन सिर्फ स्टेरॉयड दवा लेने वाले मरीज की तुलना में ज्वाइंट डोज लेने वाला मरीज 2 से 4 दिन पहले स्वस्थ हो जाते हैं।

किसे जरूरत है इस इंजेक्शन
कुछ दिन पहले इंदौर के डॉक्टरों की बैठक हुई थी इसमें अधिकतर डॉक्टरों का कहना था- ‘ यह इंजेक्शन केवल उन्हीं मरीजों के लिए है, जिनके फेफड़ों में 30 से 40% से अधिक संक्रमण है। आम जनता में यह भ्रम फैल चुका है कि यह इंजेक्शन सभी कोरोना पेशेंट को लगाना अनिवार्य है।

कोरोना बुलेटिन–

14 अप्रैल की कोरोना बुलेटिन की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में 1693 नए पॉजिटिव मामले सामने आए है। 6 मौतें हुई हैं। अब तक कुल 1023 संक्रमित ने दम तोड़ा है। एक्टिव केस 10351 हैं। अब तक कुल 84290 संक्रमित हो चुके हैं।

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