दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) इस टूर्नामेंट के दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले सबसे पहले खिलाड़ी थे. यह एक बड़ा झटका था, क्योंकि कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत करवाए जा रहे इस टूर्नामेंट में शामिल सभी खिलाड़ियों द्वारा का नियमित तौर पर कोरोना टेस्ट हो रहा था. कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद तेंदुलकर को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ हफ्तों के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. ऐसे में महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख (Aslam Shaikh) का कहना है कि पूर्व भारतीय कप्तान को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं थी.
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असलम शेख ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में कहा, ”एसिम्पिटोमेटिक सेलिब्रिटी को घर पर ही इलाज रहना चाहिए. उन्हें अस्पताल में बेड नहीं घेरने चाहिए. अक्षय कुमार, सचिन तेंदुलकर जैसी कुछ हस्तियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं थी.” राज्य के कपड़ा मंत्री ने कहा कि बेड जरूरतमंदों के लिए छोड़े जाने चाहिए.बड़ी खबर: विराट कोहली की इस हरकत पर मैच रेफरी ने लगाई फटकार
बता दें कि सचिन तेंदुलकर के बाद यूसुफ पठान, एस बद्रीनाख और इरफान पठान भी कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे. ये सभी खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की कप्तानी वाली इंडिया लीजेंड्स टीम का हिस्सा थे. देश में कोविड -19 की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत ने एक दिन में 2 लाख से अधिक नए कोविड-19 संक्रमण दर्ज किए हैं, जिसे मामलों की कुल संख्या को 1,40,74,564 तक पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, एक्टिव मामलों ने 14 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है. यह गुरुवार का अपडेट डाटा है.
देश में पिछले 24 घंटे की अवधि में कुल 2,00,739 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं. 1,038 दैनिक नई मृत्यु के साथ मृत्यु दर बढ़कर 1,73,123 हो गई, जो 3 अक्टूबर, 2020 के बाद सबसे अधिक है.