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- The Number Of Active Cases Reached 4614 In The District, After The Existing Hospitals Have Swollen, The Collectors Are Looking For New Locations.
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जबलपुर39 मिनट पहले
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लाश को बना लिया बंधक।
- कोरोना बुलेटिन में आठ मौत, एक मरीज की मौत के बाद लाश को अस्पताल में बना लिया बंधक
जिले में 15 अप्रैल को कोरोना संक्रमितों की सरकारी संख्या 724 पहुंच गई। एक अप्रैल को 185 लोग संक्रमित हुए थे। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। चिंता इस बात की कि इसी रफ्तार से मरीज सामने आए तो अगले दो दिनों में उन्हें कहां भर्ती करेंगे। गुरुवार को कलेक्टर अमला लेकर पूरे शहर में घूमे और मरीजों को भर्ती करने के लिए नया ठौर ढूंढा। हालांकि अभी तय नहीं हो पाया है कि कहां मरीजों को भर्ती किया जाएगा और उनका इलाज कहां होगा।
प्रशासन की ओर से गुरुवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक 2570 सेम्पल की रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं। इसमें कुल 724 संक्रमित मिले। वहीं 8 लोगों ने बीते 24 घंटे में दम तोड़ा। हालांकि शमशान घाटों में 60 लाशें जली। एक सुखसागर में पड़ी हुई है। अब कुल संक्रमितों की संख्या 24 हजार 946 पर पहुंच चुकी है। वहीं कुल मौत का आंकड़ा भी 311 हो गया है। जिले में 4614 एक्टिव केस और 2082 सस्पेक्टेड केस हो गए हैं। जिले में अब भी 20 कंटेनमेंट जोन एक्टिव है।

सवा लाख रुपए बकाया होने पर शव को बना लिया बंधक।
पैसे के लिए शव को बना लिया था बंधक
कोरोना के संक्रमण और मौत के बीच अस्पताल संचालकों की संवेदना मरती जा रही है। गुरुवार सुबह होशंगाबाद निवासी हजारीालाल मंडल की कोरोना से मौत हो गई। वे तीन मार्च से शहर के स्वास्तिक अस्पताल में भर्ती थे। पत्नी गुला मंडल के मुताबिक उन्होंने 2 लाख 50 हजार रुपए जमा कराए थे। उनके पति की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधक ने शव को बंधक बना लिया।
शव मुक्त करने सवा लाख रुपए मांग रहा था अस्पताल प्रबंधक
वे 1 लाख 25 हजार रुपए और मांग कर रहे थे। बेटे के साथ परेशान गुला मंडल ने कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 8889288717 पर पीड़ा सुनाई। नोडल अधिकारी सृष्टि प्रजापति ने तहसीलदार संदीप जायसवाल को तत्काल मौके पर भेजा। तहसीलदार ने शव को मुक्त कराते हुए नगर निगम के वाहन से तिलवारा घाट भिजवाया और अंतिम संस्कार कराया।

कोरोना संक्रमितों के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा नया ठौर ढूंढने निकले शहर में।
कोरोना संक्रमित को भर्ती कराने नए ठौर की तलाश
कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों ने प्रशासन के हाथ-पांव फुला दिए हैं। अस्पतालों में अब नाममात्र का बेड है। उसके लिए भी शोर-सिफारिश लगानी पड़ रही है। बिगड़ते हालात के बीच में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गुरुवार को सिंधी धर्मशाला घंटाघर, गुजराती मंडल मढाताल, दद्दा परिसर मदन महल, अग्रसेन मंडपम विजयनगर, तिलवारा स्थित पवन अस्थापक के हॉस्पिटल, पिसनहारी की मढिया और ग्वारीघाट में सिंधु नेत्रालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया और तहसीलदार राजेश सिंह मौजूद थे।