सरकार! आंकड़े छुप सकते हैं, लाशें नहीं: सीहोर में जलती रही चिताएं, रिकॉर्ड में मृतक नहीं बढ़ाए; लापरवाह इतने कि एक ही श्मशान में कोरोना पेशेंट और सामान्य की अंत्येष्टि करा दीं

सरकार! आंकड़े छुप सकते हैं, लाशें नहीं: सीहोर में जलती रही चिताएं, रिकॉर्ड में मृतक नहीं बढ़ाए; लापरवाह इतने कि एक ही श्मशान में कोरोना पेशेंट और सामान्य की अंत्येष्टि करा दीं


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सीहोर6 मिनट पहलेलेखक: कार्तिक सागर समाधिया

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तस्वीर गुरूवार की सीहोर के छाव

यह तस्वीर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 36 KM दूर मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर जिला मुख्यालय स्थित छावनी विश्राम घाट की है। आम लोगों की जिंदगी खतरे में डालती यह तस्वीर बहुत कुछ कह रही है। एक तरफ कोरोना संक्रमण से मरने वालों के लिए अंतिम संस्कार की तैयारी नगरपालिका के कर्मचारी कर रहे हैं। तो दूसरी तरफ सामान्य मौत से मरने वालों के परिजन किसी अपने का तीसरा (अस्थि संचय) करने आए हुए हैं। सामान्य मौत और कोरोना से मरने वालों का एक ही श्मशान पर थोड़ी- थोड़ी दूर पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इसको लेकर अब श्मशान समिति ने एक पत्र भी कलेक्टर को लिखा है।

शहर से दूर किया जाए अंतिम संस्कार: श्मशान घाट समिति
शहर की डेढ़ हजार की घनी आबादी वाली बस्ती वार्ड क्रमांक 1 इंद्रानगर इसी श्मशान घाट के सामने बसी है। यह बस्ती श्मशान घाट के सामने सड़क के उसपार से शुरू होकर इंदौर भोपाल बायपास पर जाकर खत्म होती है। जिले के इसी इलाके में सबसे पहला कोरोना संक्रमित से जुड़ा केस सामने आया था। अब ऐसे में सिद्धपुर विश्राम घाट समिति ने चिंता जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को इस लापरवाही से अवगत कराया है।

सिद्धपुर विश्राम घाट समिति ने चिंता जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को लेटर लिखा है।

सिद्धपुर विश्राम घाट समिति ने चिंता जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को लेटर लिखा है।

पत्र में समिति के सचिव अनिल पारे ने कहा है कि छावनी विश्राम घाट पर रोजाना कोरोना संक्रमण से मरने वालों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। जबकि, इसी विश्राम घाट पर सामान्य मौत से मरने वाले भी अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। समिति ने प्रशासन से आग्राह किया कि शहर की आबादी से दूर स्थित मुरली विश्राम घाट पर कोरोना पीड़ित मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाए। ताकि, सामान्य मौत से मरने वाले आसानी से आबादी वाले इलाके में बसे इस विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार कर सकें।

प्रशासन की तरफ से जारी मौत के आंकड़े पर भी सवाल

एक और जहां कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। वहीं, अब लगता है कि प्रशासनिक अमला मौत के आंकड़े छुपाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी बुलेटिन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बुलेटिन में रोजाना होने वाली मौतें, एक्टिव केस और पाए जा रहे मरीजों की जानकारी दी जाती है। लेकिन कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या पिछले एक हफ्ते से बुलेटिन में 51 ही बताई जा रही है। जब भास्कर ने इसकी पड़ताल की तो गुरूवार को भी छावनी विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किए गए। यह जानकारी नाम न बताने पर दी गई है। इनमें कुछ मौतें नेहरू कॉलोनी में हुई हैं, तो वहीं एक भोपाल में हुई। भोपाल में हुई मौत का अंतिम संस्कार छावनी विश्राम घाट पर किया गया। इसकी वजह भोपाल स्थित भदभदा श्मशान घाट पर जगह नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे में जब अधिकारियों को संबंधित जानकारी की पुष्टी के लिए फोन लगाया जाता है, तो अधिकतर समय उनकी तरफ से फोन नहीं उठाया जाता है।

आज भी हमने सीहोर प्रभारी CMHO मोजेश प्रदीप को लगातार 3 बार (12.55PM, 2.37 PM,2.38 PM) अपने नंबर से कॉल किया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इसके अलावा टैक्सट मैसेज के जरिए भी उनसे संपर्क साधने की कोशिश की गई। अबतक कोई जवाब नहीं आया है। दैनिक भास्कर के सूत्रों के आधार पर गुरूवार को CMHO मोजेश प्रदीप ने यह माना था कि निश्चित रूप से मौतों को आंकड़ा 51 से अधिक है, किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण बुलेटिन में मृतकों की संख्या स्थिर है। इसे दुरूस्त करवाया जाएगा।

जिला अस्पताल में एक वेंटिलेटर लेकिन चलाने के लिए ऑपरेटर नहीं
पूरे जिले में एक वेंटिलेटर है, लेकिन इसे चलाने के लिए ऑपरेटर नहीं है। इसके अलावा बिलकिसगंज में बिस्तर तो हैं, लेकिन ऑक्सीजन नहीं है। इसके अलावा गुरूवार को जिला मुख्यालय सीहोर में 152 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर तैयार किया गया है। अवासीय खेलकूद परिसर में ऑक्सीजन युक्त 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर तैयार किया है। 102 बिस्तरों का शासकीय कन्या परिसर में कोविड सेंटर तैयार किया गया है। वहीं, तहसीलदार ने बताया किया जरूरत पढ़ने पर 200 बिस्तर और बढ़ाए जा सकते हैं। हालांकि, जिला अस्पताल में एक डॉक्टर ड्यूटी पर तैनात हैं। उन्हें भी 16 से 18 घंटे ड्यूटी करना पड़ रही है।

बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बेड बढ़ाए जा रहे हैं।

बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बेड बढ़ाए जा रहे हैं।

गुरूवार को 98 संक्रमित मिले, 63 रिकवर हुए
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी बुलेटिन में जिले में 98 संक्रमित मिले हैं। इनमें 595 एक्टिव केस हैं। इनका इलाज जिला अस्पताल समेत कई अस्पतालों में किया जा रहा है। शहर में कुल 24 केस सामने आए हैं। इनमें रेलवे कॉलोनी क्षेत्र, सुभाष नगर कॉलोनी, स्वदेश नगर, जिला चिकित्सालय वाला एरिया, HP गैस वितरण केस, तहसील चौराहा, कलेक्ट्रेट का इलाका, कस्बा, पुरानी जेल रोड, वृंदावन कॉलोनी, श्रवण का बगीचा, गंगा आश्रम, हाउसिंग बोर्ड, यादव मोहल्ला, भोपाल नाका, चाणक्यपुरी, सांई कॉलोनी है। इसके अलावा आष्टा (20), इछावर (1), बुधनी (36), नसरूल्लागंज (17) संक्रमित है। इसके अलावा 63 लोग रिकवर हुए हैं। अबतक 3243 लोग रिकवर हुए हैं।

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