- Hindi News
- Local
- Mp
- Now Remedesivir Injection Will Be Supplied To Private Hospitals And Nursing Homes Through Stockists
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भोपाल23 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
- 15 अप्रैल को प्राइवेट अस्पतालों को इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार कलेक्टर को दिया था
राज्य सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर 24 घंटे में आदेश बदल दिया है। नए आदेश में कहा है कि अब रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिंग होम को स्टॉकिस्ट के माध्यम से सप्लाई होगी। स्टॉकिस्ट या प्राइवेट अस्पतालों के लिए जिला प्रशासन आवंटन में अब नहीं लगेगा। जबकि 15 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक प्राइवेट अस्पतालों को इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार कलेक्टर को दिया था।
नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन पी नरहरि ने बताया है कि अब रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण स्टॉकिस्ट के माध्यम से प्राइवेट सेक्टर में अस्पतालों एवं नर्सिंग होम को सीधा रहेगा। स्टॉकिस्ट या अस्पतालों के लिए जिला प्रशासन आवंटन में अब नहीं लगेगा। जिला प्रशासन एवं संबंधित जिले का औषधि निरीक्षक यह अवश्य सुनिश्चित करेगा कि इस इंजेक्शन का जिले स्थित समस्त प्राइवेट सेक्टर में अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में आवंटन समानुपातिक रूप से हो रहा है अथवा नहीं।
उन्होंने बताया कि अस्पताल, नर्सिंग होम तथा स्टॉकिस्ट इस इंजेक्शन के वितरण का लेखा-जोखा जिला प्रशासन एवं औषधि निरीक्षक को प्रस्तुत करेंगे। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की सुलभ उपलब्धता के उद्देश्य से इसका वितरण केवल अस्पताल एवं संस्थानों में हो, ऐसी व्यवस्था भी की गई है।
16 अप्रैल को 9768 डोज की आपूर्ति
सरकार का दावा है कि 16 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन के 9768 डोज की आपूर्ति हुई। इसमें से 480 सीएमएचओ जबलपुर, 500 एमजीएम मेडिकल कॉलेज इन्दौर, 500 रेडक्रॉस अस्पतालों एवं 8288 डोज प्रायवेट अस्पतालों के लिए प्रदेश भर में उपलब्ध कराई गई है। बावजूद इसके प्रदेश के हर जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए हाहाकार मचा है। मरीजों के परिजन एक इंजेक्शन के लिए एक शहर से दूसरे शहर भटक रहे हैं। बता दें कि सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की मध्य प्रदेश में सप्लाई के लिए 7 कंपनियों से टाइअप किया है। अब तक कुल 97 हजार 716 डेज मिल चुके है।