Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
रतलाम7 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कोरोना रिपोर्ट के लिए परेशान
- लापरवाही की हद – समता परिसर के संदिग्ध मरीज को थमा दी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट,इलाज करवाने के बाद मिली दूसरी रिपोर्ट
- रिपोर्ट के लिए परेशान हो रहे परिजनों को हेल्पलाइन नंबर 1075 पर भी नहीं मिल रहा संतोषजनक जवाब
रतलाम जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब लोगों को कोरोना की रिपोर्ट के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। घंटों लाइन में लगने के बाद टेस्ट करवाने वाले लोगों को रिपोर्ट के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में अपने भाई की रिपोर्ट लेने पहुंची एक महिला को किसी अन्य व्यक्ति की पॉजिटिव रिपोर्ट बता दी गई |जिसके बाद मरीज का उपचार करवाने के बाद महिला दौबारा जिला अस्पताल पहुंची तो उसे अपने भाई की दूसरी रिपोर्ट मिली है । महिला का आरोप है की उन्हें अपने भाई के सेम्पल की दो अलग -अलग आईडी बताई गई , जिसकी वजह से उन्हें गलत रिपोर्ट थमा दी गई| वही एक अन्य मामले में छावनी झोडिया ग्राम पंचायत क्षेत्र के एक मरीज की रिपोर्ट के लिए उसके परिजन जिला अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। सेम्पल दिए जाने के 3 दिनों बाद उन्हें अब तक कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं मिली है। हेल्पलाइन नंबर 1075 पर कॉल किए जाने पर उन्हें कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल रतलाम जिले में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते फीवर क्लिनिको पर भी सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है। जहां अब रैपिड टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने के लिए इन मरीजों को घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है। इसके बावजूद कभी सैंपल फेल होने और कभी डाटा एंट्री में गड़बड़ होने से मरीजों को समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। वही कुछ मामले में मरीजों को किसी और की रिपोर्ट भी थमा दी जा रही है।
बहरहाल फीवर क्लिनिको और कोरोना टेस्ट सेंटर पर प्रशासन को व्यवस्थाओं में सुधार करने की जरूरत है। जिससे परेशान हो रहे मरीजों और उनके परिजनों को समय पर सही टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हो सके।