अब जिले में ही बितानी होगी रात: अप-डाउन करने वाले कर्मचारी-अधिकारियों से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा, कलेक्टर ने लगाई रोक

अब जिले में ही बितानी होगी रात: अप-डाउन करने वाले कर्मचारी-अधिकारियों से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा, कलेक्टर ने लगाई रोक


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

भिंड7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

प्रतीकात्मक फोटो।

  • कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कलेक्टर ने उठाया कदम
  • अप- डाउन पद्धति से नौकरी करने वालों को लेकर सख्ती

भिंड जिले में पदस्थ सरकारी व गैर सरकारी कर्मचारी और अधिकारी प्रतिदिन अप-डाउन कर रहे हैं। ऐसे कर्मचारी और अधिकारियों से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। ऐसे कर्मचारी और अधिकारियों को जिला न छोड़ने की रोक भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने लगाई है। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर पदस्थ अधिकारी कर्मचारी मुख्यालय छोड़कर अप-डाउन नहीं कर सकेंगे।

ग्वालियर से अप-डाउन करते है सरकारी-गैर सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी

भिंड में नौकरी करने वाले बैंक कर्मी, बिजली कर्मी, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी प्रतिदिन अप-डाउन करते हैं। इनके अलावा प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत कर्मचारी भी प्रतिदिन आते-जाते हैं। वहीं, ग्वालियर शहर इन दिनों कोरोना का हॉट स्पॉट बना हुआ है। ग्वालियर से शहर में आने वाले लोग अपने साथ कोरोना वायरस का संक्रमण ला रहे है जिससे भिंड जिला भी प्रभावित हो चुका है। कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने इस बात को ध्यान में रखते हुए अप डाउन पद्धति से नौकरी करने वालों पर पूर्ण रोक लगाई है। ऐसे लोगों को पदस्थ नगर, ग्राम या फिर मुख्यालय पर ही रहना होगा। यह आदेश सोमवार की दोपहर जारी किया गया है।

होम क्वारंटाइन के साथ होगी दंडात्मक कार्रवाई

ग्वालियर शहर के अलावा बड़ी संख्या में ऐसे कर्मचारी है जो इटावा शहर के निवासी है। इन दोनों शहरों में निवासरत रहकर भिंड जिले में कार्य करने वाले कर्मचारी अब जिले के पदस्थ स्थान पर रहना होगा। यह आदेश का पालन न करके अप-डाउन करने वाले कर्मचारी व अधिकारी के बारे में जानकारी लगते ही पहले दस दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके साथ ही दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

खबरें और भी हैं…



Source link