पूर्णाहूति में 3 क्विंटल लकड़ी और करीब ढाई क्विंटल शक्कर, चावल, पंच मेवा, घी, हवन सामग्री लगी. मान्यता है कि महाकाल कालों के काल हैं और अब सृष्टि में जिस तरह कोरोना अपना विकराल रूप लेकर आम लोगों की जान ले रहा है उससे सिर्फ अब महाकाल ही बचा सकते हैं
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पूर्णाहूति में 3 क्विंटल लकड़ी और करीब ढाई क्विंटल शक्कर, चावल, पंच मेवा, घी, हवन सामग्री लगी. मान्यता है कि महाकाल कालों के काल हैं और अब सृष्टि में जिस तरह कोरोना अपना विकराल रूप लेकर आम लोगों की जान ले रहा है उससे सिर्फ अब महाकाल ही बचा सकते हैं