Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
शादियों के मुहूर्त निकले हुए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन द्वारा उन शादियों की अनुमति देने से इंकार कर दिया गया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट कर दिया, शहर में विवाह समारोह के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने नागरिकों से कहा, यह समय ऐसा नहीं है कि लोगों को इकट्ठे कर शादी ब्याह किए जाएं। उन्हें तारीख आगे बढ़ा दी जानी चाहिए। इससे शादी वाले परिवारों में हड़बड़ाहट का माहौल है। सिंह ने कहा कि इंदौर में अभी संक्रमण का आंकड़ा थोड़ा बहुत स्थिर हुआ है। इसे स्थिर रखना है, इसलिए ऐसा कोई भी प्रयास या भीड़ ना जुटाएं, जिससे संक्रमण बढ़ जाए।
कलेक्टर के आदेश के बाद बड़ी संख्या में वे परिवार सक्रिय हुए जिनके घर में शादी होना है। उसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन परिवारों द्वारा अपने-अपने स्त्रोत के माध्यम से प्रशासन तक शादियों की अनुमति देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
मामले में सोमवार को रेसीडेंसी कोठी पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई। इसमें कलेक्टर ने कह दिया, वर्तमान में इंदौर में शादियों के लिए किसी तरह की कोई अनुमति नहीं दे सकते हैं। जिन परिवारों में शादी है, उन परिवारों में अब हड़बड़ाहट का माहौल है। परिवार के लोग तय नहीं कर पा रहे हैं, आखिर शादी के आयोजन को कैसे होंगे।
उज्जैन में शादी समारोह की 50 की अनुमति
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा लग्नसरा के सीजन में दांपत्य सूत्र में बंध रहे युगल को विवाह के लिए अनुमति देने का काम शुरू कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा ऐलान किया गया कि किसी भी विवाह में वर पक्ष के 25 और वधू पक्ष के 25 लोग ही शामिल हो सकेंगे।