बीजेपी के पितृपुरुष कुशाभाऊ ठाकरे के भतीजे कोरोना से जंग हार गए. (सांकेतिक तस्वीर)
MP Big News: बीजेपी के पितृपुरुष कुशाभाऊ ठाकरे के भतीजों का कोरोना से निधन हो गया. उन्हें समय पर रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल सकी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने बेहद लापरवाही वाला रवैया अपनाया.
गौरतलब है कि कुशाभाऊ ठाकरे के छोटे भाई सूर्यकांत ठाकरे के बेटे शिरीष ठाकरे (58) की रविवार तड़के MTH में मौत हो गई. वे दो दिन से भर्ती थे. परिजनों के मुताबिक, फैमिली डॉक्टर ने उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत बताई थी. अस्पताल में उन्हें ये इंजेक्शन नहीं लगाया गया. तीन दिन पहले ही उनके बड़े भाई रसिक ठाकरे के बेटे शैलेष ठाकरे का भी निधन कोरोना संक्रमण से हो गया था.
ठाकरे के काम भुलाए नहीं जा सकते- मिश्रा
ठाकरे परिवार में हुए इस कुठाराघात पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस नेता केके मिश्रा का कहना है कि कुशाभाऊ ठाकरे एक समय में भाजपा के शीर्षस्थ नेता थे और शिवराज सिंह चौहान जैसे हजारों कार्यकर्ता उनके आगे पीछे घूमते थे, उन्होंने भाजपा के लिए जो कुछ किया उसे भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन उनके बीजेपी के लिए किए गए कामों का कोई लाभ उनके परिवार वालों को नहीं मिल पाया.कुछ नहीं कर पाए बीजेपी के बड़े नेता- कांग्रेस
मिश्रा ने कहा कि यदि आज वह जिंदा होते तो उनके भतीजों को इलाज के अभाव में यूं दम नहीं तोड़ना पड़ता, बल्कि उनको एअरलिफ्ट कर देश के बड़े हॉस्पिटलों में भेजा जाता और शायद उनकी जान की नहीं जाती. केके मिश्रा का आरोप है कि उनके इलाज में लापरवाही बरती गई. उन्हें समय पर रेमडेसीविर इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं हो पाए और जब उनका निधन हो गया तो उनके परिवारजन अंतिम संस्कार के लिए भी परेशान होते रहे.
कांग्रेस केवल राजनीतिक रोटियां सेक रही- बीजेपी
कांग्रेस के इन आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस भाजपा के पित्रपुरुष स्वर्गीय कुशा भाऊ ठाकरे के परिवार के सदस्यों के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित नहीं कर सकते हैं तो कम से कम राजनीतिक रोटियां नहीं सेंकनी चाहिए. उनका कहना है कि जब उनके दोनों भतीजे अस्पताल में भर्ती थे तब लगातार भाजपा के तमाम बड़े नेता उनके परिवार के संपर्क में थे. इंदौर के सबसे बेहतरीन डॉक्टरों से उनका इलाज कराया गया है, उनके परिवार वाले भी उनके इलाज से पूरी तरीके से संतुष्ट हैं.