Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
टीकमगढ़4 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
घटना के बाद मौके पर पड़ी क्षतिग्रस्त बस।
दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगते ही टीकमगढ़-छतरपुर के मजदूर वापस अपने घर लौटने लगे हैं। दिल्ली से लौट रहे मजदूरों से भरी बस मंगलवार को ग्वालियर के जौरासी घाट पर अनियंत्रित होकर पलट गई। इस बस में करीब 100 से ज्यादा मजदूर सवार थे जो अपने गांव लौट रहे थे। इस घटना में तीन मजदूरों की मौत हो गई। वहीं गंभीर घायलों को ग्वालियर और डबरा में भर्ती कराया गया है। दरअसल दिल्ली में फिर से कोरोना केस बढ़ने से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। जिससे वहां मजदूरी करने गए लोग घबरा गए कि कहीं फिर से पैदल न आना पड़े। जिसको लेकर बस से टीकमगढ़ और छतरपुर के मजदूर वापस लौट रहे थे। सोमवार-मंगलवार रात 2 बजे मजदूरों से भरी बस दिल्ली से रवाना हुई। बस मंगलवार सुबह ग्वालियर के पास जौरासी घाट पर अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में बस में सवार मुकेश ढीमर (26) निवासी ढाप थाना जतारा, मातादीन अहिरवार (37) निवासी कोटरा टीकमगढ़ और जितेंद्र अहिरवार (22) निवासी ग्राम पतई टीकमगढ़ की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं घटना में कई लोग घायल हो गए। जिन्हें ग्वालियर और डबरा में भर्ती कराया गया। दिल्ली से अपने गांव लिधौरा जा रहे गनपत लाल अहिरवार ने घटना बताई। मजदूर ने बताया कि ड्रायवर ने धौलपुर में एक होटल पर खाना खाया और शराब पी। इसके बाद शराब के नशे में पहले एक ट्रक में टक्कर भी मारी थी। जिससे बस की चाबी उसने छीन ली थी। जैसे-तैसे विवाद खत्म करके चाबी यात्रियों ने दिलाई। इसके बाद घाट पर अनियंत्रित होकर बस पलटा दी।
बस के कांच तोड़कर बाहर निकाला
घटना के बाद आसपास के गांव के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। साथ ही बचाव के काम में जुट गए। पुलिस पहुंचती उससे पहले ही उन्होंने बस के कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकलना शुरू कर दिया। कुछ घायलों का मौके पर ही इलाज किया, इस घटना में 8 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। बाद में क्रेन की मदद से बस को उठाकर उसके नीचे से शव निकाले गए। हादसे का कारण बस का ओवरलोड होना बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो 52 सीटर बस में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे।