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- Due To Corona’s Panic, Markets Were Closed With Barricades In The Curfew, The Police Organized A Sit in Meeting With Those Who Left Without Any Reason.
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ग्वालियर9 घंटे पहले
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बैरीकेड्स लगाकर किए बाजार बंद।
- जनता कर्फ्यू में सड़कों पर पहले से ज्यादा सख्त हो रही पुलिस
कोरोना के लगातार बढ़ते मामले और तेजी से हो रही संक्रमितों की मौत ने फिर से दहशत फैला दी है। जो लोग कोरोना को मामूली सर्दी जुकाम कहकर सड़कों पर बेवजह घूम रहे थे। अब वह काम होने पर ही निकल रहे हैं। पहले की अपेक्षा सड़कों पर लोगों की चहल-पहल कम हुई है।
इसके पीछे भी दो कारण हैं- एक तो पुलिस सड़कों पर सख्त हो गई है, दूसरा कोरोना से लगातार हो रहीं मौतों के बाद लोग डरे हुए हैं। बुधवार को जनता कर्फ्यू का सातवां दिन है। CM पहले ही 30 अप्रैल तक कर्फ्यू की घोषणा कर चुके हैं। संभव है, बुधवार शाम तक ग्वालियर कलेक्टर सख्त प्रतिबंध के साथ गाइडलाइन जारी कर दें। नए आदेश में सख्ती बढ़ाई जाएगी। अभी तक जो रियायत मिली थीं, उनमें भी कटौती की जा सकती हैं। जैसे दूध, सब्जी के लिए बाजार खुलने और बंद होने के समय को कम किया जा सकता है।
बिना कारण सड़क पर घूमने पर उठक-बैठक लगवाई।
हर दिन 1200 से 1500 चालान हो रहे
ग्वालियर IG अविनाश शर्मा ने कुछ दिन पहले वायरलेस सेट पर जिले के पुलिस अफसरों और थाना प्रभारियों की खिंचाई की थी। पुलिस को सड़कों पर न निकलने और लोगों को बिना कारण घूमने पर फटकार लगाते हुए सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने शहर में युद्ध स्तर पर चैकिंग शुरू कर दी। मुरार, लश्कर व ग्वालियर सर्कल में 100 से ज्यादा चैकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। हर दिन 1200 से 1500 चालान पुलिस बना रही है। इसके अलावा बिना कारण सड़कों पर घूमने वालों से वहीं ड्यूटी कराना, कान पकड़वाना, उठक-बैठक भी लगवा रही है।
इंदरगंज चौराहा पर लगवाई उठक-बैठक
पुलिस की सख्ती इतनी है, बाजारों को बैरीकेड्स लगाकर आवागमन बंद कर दिया है। सभी प्रमुख बाजारों का यही हाल है। जो दुकान खोलता हुआ नजर आता है, उस पर जुर्माना या दुकानें सील करने की कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को प्रशासन ने सुबह-सुबह दो किराना दुकानें सील की हैं, जबकि पुलिस ने 2 दुकानदारों पर FIR दर्ज की हैं। इसके साथ ही इंदरगंज चौराहा पर स्कूटर सवार दो लड़कों को पकड़ा। पूछताछ की, तो पहले अस्पताल जाने की कहने लगे। पड़ताल में पता लगा कि गुटखा लेने जा रहे थे।
सड़कों पर घूमते लोगों से पूछताछ करती पुलिस, जो सही वजह नहीं बता पाए उनके किए चालान।
पहले से कम हुई चहल-पहल
पुलिस के मुताबिक बाजारों और सड़कों पर कर्फ्यू के दौरान बीते कुछ दिनों की तुलना में चहल-पहल कम हुई है। लोग बिना कारण उतना नहीं घूम रहे हैं। पुलिस की सख्ती तो है, वहीं कोरोना के लगातार बढ़ते केस और हर दिन 20 से 25 मौत से लोगों में दहशत भी है। इसके अलावा गर्मी अधिक होने से सुबह से शाम तक सड़कों व बाजारों में सन्नाटा पसरा है।
कर्फ्यू का असर टीकाकरण पर भी
बीते सात दिन की बात करें, तो जनता कर्फ्यू का असर वैक्सीनेशन पर भी पड़ा है। कुछ लोग डर के चलते निकले ही नहीं हैं। यही कारण है कि बीते सात दिनों में तुलनात्मक रूप से कम लोग टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचे हैं।