मप्र की राजधानी भोपाल में कोरोना से हो रही मौत की संख्या बढ़ती जा रही है.
मौत का सिलसिला जारी: मध्य प्रदेश की राजधानी में चारों ओर चीख-पुकार मची हुई है. यहां एक ही दिन में 148 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. मौत का ये आंकड़ा दिन-ब-दिन लगातार बढ़ता जा रहा है.
- Last Updated:
April 21, 2021, 10:27 AM IST
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सबसे ज्यादा अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में 94, सुभाष विश्राम घाट में 40 शवों के किए गए. जबकि, झदा कब्रिस्तान में 14 शवों को दफनाया गया. सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 5 की मौत होना बताई गई है. बता दें, 19 अप्रैल को 123 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया था.
धीरे-धीरे बढ़ता ही गया मौत का सिलसिला
शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान से मिले आंकड़ों के अनुसार 19 अप्रैल को सबसे ज्यादा शवों के अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में 83, सुभाष विश्राम घाट में 32 किए गए. वहीं, दूसरी ओर झदा कब्रिस्तान में 8 शवों को दफनाया गया. स्वास्थ्य विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार सिर्फ पांच लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी. 15 अप्रैल को 112 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ था.16 अप्रैल को एक दिन में 118 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया था. 17 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत 92 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था. सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 3 मौत होना बताई गई थी. 18 अप्रैल को 112 शवों का कोविड प्रोटोकॉल के अंतिम संस्कार साथ किया गया था. सबसे ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में किया गया.
पॉजिटिविटी रेट को घटाने पर गंभीरता से फोकस किया जाए- सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पॉजिटिविटी रेट को घटाने पर गंभीरता से फोकस किया जाए. इसके लिए सर्दी, खांसी, बुखार या पेट दर्द होने की शिकायत करने वालों का तत्काल सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजा जाए. इसमें कोताही ना हो. सैंपल टेस्ट के साथ ही मेडिसिन किट उपलब्ध कराकर मरीज को होम आइसोलेट किया जाए. मुख्यमंत्री ने मंगलवार देर शाम कलेक्टरों के साथ वर्चुअली बैठक की.
प्रदेश में 19 अप्रैल को पॉजिटिविटी रेट 24% से ज्यादा हो चुका है. इससे स्पष्ट है, सामुदायिक संक्रमण फैल चुका है. कोरोना को नियंत्रित करने के लिए इसकी चेन तोड़नी होगी. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश दिए. शिवराज ने कहा कि अगले 2-3 दिनों में आपके जिले की पॉजिटिविटी कम होनी ही चाहिए. कब तक ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बढ़ाते रहेंगे, लेकिन जरूरत पड़ने पर सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं.