मप्र के सागर जिले में कोरोना से हो रही मौत की संख्या बढ़ती जा रही है. (File)
कोरोना का कोहराम: मप्र के सागर में एक दिन में 32 अंतिम संस्कार हुए. स्थिति ऐसी है कि श्मशान घाट में लाशों को जलाने की जगह नहीं बची है. लाशें श्मशान घाट के खुले परिसर में जलाई जा रही हैं.
कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे परिजनों ने अपनों को करीब 150 मीटर दूरे से आखिरी बार विदाई दी. गौरतलब है कि 21 अप्रैल को सागर BMC में 28 लोगों की मौत हुई. इनमें से 2 कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई. वहीं 15 मृतकों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. 11 मृतकों की रिपोर्ट आना बाकी है. हालांकि प्रशासन ने सभी मृतकों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल से ही कराया.
अभी तक जा चुकी 206 की जान
बता दें, मंगलवार को सागर BMC में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें से 17 की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी और 10 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. सागर में अभी तक 206 लोगों की कोरोना वायसर से मौत हो चुकी है. शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 8945 है.मुक्तिधाम में नहीं बची जगह, खुले में अंतिम संस्कार
बड़ी संख्या में शवों के आने से नरयावली नाका मुक्तिधाम में दूसरे शवों को जलाने जगह नहीं बची है. अब यहां मुक्तिधाम के खुले परिसर में शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीज के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए 3 क्विंटल लकड़ी और 1 लीटर डीजल का उपयोग किया जा रहा है.
मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लोग वाहन लेकर पहुंच रहे हैं. ऐसे में नगर निगम द्वारा मुक्तिधाम में सैनेटाइजर का टैंकर खड़ा किया गया है. यहां नगर निगम के कर्मचारी अंतिम संस्कार के बाद लौटने वाली व्यक्ति और उसकी गाड़ी को सैनेटाइज कर रहे हैं. ताकि, कोरोना संक्रमण को रोका जा सके.