अवतार बनकर आए पुलिस के हवलदार: हॉस्पिटल स्टाफ भाग गया..रात 2 बजे पुलिस वालों ने रास्ते से गाड़ी रुकवाई और ऑक्सीजन सिलेंडर ढोकर वार्डों तक लाए; 60 जानें बचाईं

अवतार बनकर आए पुलिस के हवलदार: हॉस्पिटल स्टाफ भाग गया..रात 2 बजे पुलिस वालों ने रास्ते से गाड़ी रुकवाई और ऑक्सीजन सिलेंडर ढोकर वार्डों तक लाए; 60 जानें बचाईं


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Jabalpur
  • Carried Oxygen Cylinders On Shoulder, Saved The Lives Of 60 Patients Suffering, Never Seen Such Gross Negligence Of Hospital

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

जबलपुर7 घंटे पहलेलेखक: संतोष सिंह

पुलिस ने ऑक्सीजन पहुंचा कर 60 लोगों की बचा ली जिंदगी।

गैलेक्सी अस्पताल में 65 कोविड संक्रमितों के लिए पुलिस किसी भगवान से कम नहीं थी। पुलिसकर्मियों ने कंधे पर सिलेंडर रखकर वार्ड तक पहुंचाया। नहीं तो 60 लोगों की जिंदगी दांव पर लग गई थी। हम चीख रहे थे। मदद की गुहार लगा रहे थे, लेकिन डॉक्टर से लेकर नर्स आदि सभी भाग गए। सामने मेडिकल स्टोर्स वाले से मदद मांगी, तो वह शटर गिराकर भाग गया। डायल-100 पर सूचना दी, और पुलिस पहुंच गई। नहीं तो अनर्थ हो जाता।

गैलेक्सी अस्पताल में अपने रिश्तेदार महाराजपुर निवासी अमित कुमार की मौत से व्यथित शैलेश कुमार शुक्ला ने दैनिक भास्कर को आपबीती सुनाई।

बताया कि रात दो बज रहे थे, तभी वार्ड में सभी को सांस लेने में कठिनाई हाेने लगी। ऑक्सीजन बंद हो गई थी। पहले एक मौत हुई, तो डॉक्टरों ने उसे सामान्य बता दिया। देखते ही देखते चार मौतें और हो गईं, तब हड़कंप मचा। डॉक्टर और स्टाफ भाग कर नीचे ऑक्सीजन सप्लाई के पास पहुंच गया। देखा तो ऑक्सीजन खत्म हो चुका था।

MP में अस्पताल की बड़ी लापरवाही: जबलपुर के गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 5 कोरोना पेशेंट की मौत; मरीजों को तड़पता छोड़कर भाग गए डॉक्टर
चीख-पुकार सुनकर हम और दूसरे परिजन बेसमेंट में पहुंचे, तो स्टाफ वहां से भाग निकला। हम डॉक्टरों को फोन लगाते रहे। कोई नहीं रिस्पांस मिला। हमारी आंखों के सामने लोग दम तोड़ रहे थे। सामने एक मेडिकल स्टोर्स की दुकान है। दवाएं उसी के यहां से खरीदते हैं। मदद के लिए उसे आवाज लगाई, तो वह शटर गिरा कर भाग गया। फिर डायल-100 पर पुलिस को खबर दी।

पुलिस ने तड़पते लोगों की जिंदगी बचा ली
कोतवाली सीएसपी के साथ लार्डगंज थाने के 15-16 आरक्षक भगवान बनकर पहुंचे। उन्होंने पता नहीं कहां से ऑक्सीजन का इंतजाम किया। एक गाड़ी ऑक्सीजन सिलेंडर से भरकर लाए। फिर पुलिस वाले गाड़ी से सिलेंडर कंधे पर ढोकर नीचे तक पहुंचाए। तब कहीं जाकर तड़पते हुए 60 लोगों की जिंदगी बच सकी।

एक-एक ऑक्सीजन सेंट्रल सप्लाई के लिए पहुंचाती रही खाकी।

जिंदगी में ऐसे हालात कभी नहीं देखे थे
मरीजों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले सीएसपी कोतवाली दीपक मिश्रा ने बताया, रात्रि गश्त थी। ऑक्सीजन की परेशानी को देखते हुए रात में एक बार मैं सभी अस्पतालों में पुलिस भेजकर चेक कराता हूं। दो बजे बस स्टैंड पहुंचा था, तभी मोबाइल की घंटी पर गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन समाप्त होने की खबर मिली। पहुंचा तो वहां पांच की मौत हो चुकी थी।

राह चलते ऑक्सीजन लोड वाहन को पकड़ लिया
सीएसपी दीपक मिश्रा के मुताबिक ऑक्सीजन समाप्त हो चुका था। अस्पताल का एक भी कर्मी नहीं था। पुलिस टीम ने दूसरे अस्पताल का ऑक्सीजन लेकर निकली एक गाड़ी को राह चलते रोका। वह ऑक्सीजन वहां तड़पते हुए मरीजों के काम में आया। इसके बाद उस गाड़ी को दूसरा ऑक्सीजन अधारताल से दिलवाया गया। परिजनों की चीखें और अफरा-तफरी का ऐसा आलम मैंने अब तक की जिंदगी में कभी नहीं देखा।

पुलिस इस तरह ऑक्सीजन लेकर तड़पते मरीजों को बचाने में जुटी रही।

पुलिस इस तरह ऑक्सीजन लेकर तड़पते मरीजों को बचाने में जुटी रही।

ऑक्सीजन समाप्त होने के चलते हुई मौत
गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन समाप्त होने के चलते पटेल नगर निवासी अनिल शर्मा (49), विजय नगर निवासी देवेंद्र कुररिया (58), गाडरवारा नरसिंहपुर निवासी गोमती राय (65), नरसिंहपुर निवासी प्रमिला तिवारी (48) और छिंदवाड़ा निवासी आनंद शर्मा (47) की मौत हो गई। वहीं दो की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। सीएमएचओ ने जहां नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है। कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित की है।

खबरें और भी हैं…



Source link