UP मोदीनगर से ग्वालियर पहुंची ऑक्सीजन: टैंकर ड्राइवर बोला- पता था हमें कि कहीं रुके तो ग्वालियर में थम सकती हैं सैकड़ों भाइयों की सांसें; इसलिए 400 किलोमीटर का सफर 7 घंटे में तय किया

UP मोदीनगर से ग्वालियर पहुंची ऑक्सीजन: टैंकर ड्राइवर बोला- पता था हमें कि कहीं रुके तो ग्वालियर में थम सकती हैं सैकड़ों भाइयों की सांसें; इसलिए 400 किलोमीटर का सफर 7 घंटे में तय किया


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  • Tanker Driver Said Did Not Stop Anywhere, I Knew If We Stop, The Breath Of Hundreds Of Brothers Will Stop In Gwalior.

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ग्वालियर29 मिनट पहले

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JAH में ऑक्सीजन टैंकर

आखिरकार UP के मोदीनगर से राहत की सांस (ऑक्सीजन टैंकर) लेकर उदयवीर और अफसर खान शनिवार सुबह ग्वालियर पहुंचे हैं। यह भी किसी मसीहा से कम नहीं हैं। मोदीनगर से ग्वालियर की दूरी 400 किलोमीटर है। शुक्रवार रात 11 बजे यह ऑक्सीजन टैंकर लेकर निकले। शनिवार सुबह 6 बजे यह ग्वालियर पहुंच गए हैं। टैंकर चला रहे उदयवीर ने दैनिक भास्कर को बताया कि मोदीनगर से ग्वालियर के बीच वह 1 मिनट के लिए भी कहीं नहीं रुके हैं। वह जानते थे कि ग्वालियर में सैकड़ों भाइयों की जान ऑक्सीजन के लिए अटकी हुई है। यदि वह रुकते तो कई सांसे थम सकती हैं। इसलिए टैंकर को हवा से बातें कराते हुए सीधे ग्वालियर पहुंचे हैं।

सिर्फ 6 घंटे में बिना रूके टैंकर को मोदीनगर से ग्वालियर लाने वाले उदयवीर

सिर्फ 6 घंटे में बिना रूके टैंकर को मोदीनगर से ग्वालियर लाने वाले उदयवीर

शुक्रवार को रात को ऑक्सीजन की कमी से पूरे ग्वालियर में हाहाकार मच गई थी। आनन-फानन में ऑक्सीजन की डिमांड पूरी करने की व्यवस्था की गई। उत्तर प्रदेश के हापुड़ स्थित मोदीनगर से ऑक्सीजन का टैंकर मंगाया गया था। रात 11 बजे ऑक्सीजन टैंकर लेकर चालक उदयवीर सिंह व अफसर खान ग्वालियर के लिए निकले। करीब 400 किलोमीटर का सफर जल्द से जल्द पूरा करना था। चालक उदयवीर सिंह ने मन ही मन ठान लिया कि वह ग्वालियर में अपने भाइयों के बीच जल्दी ऑक्सीजन लेकर पहुंचेंगे। मोदीनगर से ग्वालियर के 12 घंटे के रास्ते को उन्होंने सिर्फ 7 घंटे में पूरा किया। वह सुबह 6 बजे ग्वालियर पहुंच गए।

बिना चाय झपकी आती है, लेकिन नहीं रुके
उदयवीर और अफसर खान ने बताया कि रात को गाड़ी चलाते समय वह हर एक घंटे के बाद चाय पीते हैं, क्योंकि रात को चाय नहीं पीते तो झपकी आती है। पर इस बार वह एक पल के लिए नहीं रूके। उनको पता था कि वह रुकेंगे तो कई की सांसें रुक सकती हैं।

जब देवदूत बन गए पुलिस जवान व अफसर

वैसे तो पुलिस का जिक्र होने पर आमलोगों पर सख्ती करना, जुर्माना या डराने जैसी तस्वीर सामने आती हैं। लेकिन शुक्रवार रात से लेकर शनिवार की सुबह तक खाकी वर्दी पहने यह पुलिसकर्मी लोगों की जिंदगी के लिए संघर्ष करते नजर आए। हर थाना के थाना प्रभारी से लेकर जवान और खुद SP ग्वालियर अमित सांघी ने जहां से ऑक्सीजन की व्यवस्था हो सकी वहां से सिलेंडर उपलब्ध कराए। रात को वेंडरों की दुकानें खुलवाकर ऑक्सीजन के सिलेंडर उठाए। ट्रांसपोर्ट नगर से ट्रांसपोर्टर व कबाड़ा के काम करने वालों के यहां से ऑक्सीजन के सिलेंडर उठवाकर अस्पतालों में पहुंचाए हैं।

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ऐसे देवदूत बन गई पुलिस, सारे काम छोड़कर ऑक्सीजन सिलेंडर करा रही उपलब्ध

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शाम तक आ जाएंगे इतने ऑक्सीजन टैँकर

ग्वालियर जिले के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की सतत आपूर्ति के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं। वर्तमान में रीफिलिंग सेंटर से आवश्यकता के मुताबिक हर अस्पताल को ऑक्सीजन के सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। टैंकर के जरिए ऑक्सीजन की तीन खेफ ग्वालियर पहुंच रहीं हैं। स्मार्ट सिटी की CEO जयति सिंह ने बताया कि शनिवार दोपहर 3 बजे तक टैंकर के जरिये ऑक्सीजन की पहली खेफ ग्वालियर पहुंच जाएगी। इसके बाद बड़े टैंकर के जरिए शाम 7 बजे तक दूसरी और रात 12 बजे तक ऑक्सीजन की तीसरी खेफ ग्वालियर पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एवं कमांड सेंटर के जरिये हर अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थिति पर पल-पल की नज़र रखी जा रही है। साथ ही रीफिलिंग स्टेशन से भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों को त्वरित गति से पहुंचाए जा रहे हैं।

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