3 माह ने मासूम ने हराया कोरोना: 105 डिग्री बुखार होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था, टेस्ट में मिला संक्रमित; 4 दिन में हुआ ठीक

3 माह ने मासूम ने हराया कोरोना: 105 डिग्री बुखार होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था, टेस्ट में मिला संक्रमित; 4 दिन में हुआ ठीक


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

होशंगाबाद12 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अपने परिजन की गोद में नन्हा मयंक।

  • इससे पहले बैतूल के 104 साल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी कोरोना को दे चुके हैं मात

बैतूल कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। 104 साल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदीचंद गोठी के बाद अब सबसे छोटे तीन माह के मासूम मयंक ने कोरोना को मात दी है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मासूम चार दिनों में ठीक होकर घर आ गया।

मयंक मुलताई ब्लॉक के ग्राम शिरडी का निवासी है। 18 अप्रैल को तेज बुखार होने पर गंभीर हालत में पिता कैलाश पंडोले, मां काजोल पंडोले उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जगदीश घोरे ने बताया, मयंक का बुखार 105.4 डिग्री था। हार्ट बीट 117 प्रति मिनट, रेंडम ब्लड शुगर 117 व ऑक्सीजन लेवल 60 प्रतिशत था।

जिंदगी जिंदाबाद:95% लंग्स इंफेक्शन..50 दिन हॉस्पिटल में..डॉक्टर ने भी हाथ खड़े कर दिए.. कोरोना को हराने वाली 62 साल की उसी रिटायर्ड बैंक मैनेजर की कहानी…

रैपिड एंटीजन टेस्ट में मयंक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मयंक को नवीन कोविड वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया। 20 अप्रैल से बुखार कम होने लगा। उसे मां का दूध पिलाया। अगले दिन 21 अप्रैल को मयंक को पूर्ण स्वस्थ होने के बाद जिला चिकित्सालय से डिस्चार्ज किया। उसका ऑक्सीजन लेवल 99 प्रतिशत था।

कोरोना से जीती जंग:सिवनी जिले के भंडारपुर गांव के 106 साल के बुजुर्ग की हिम्मत देखिए खुद ने भी कोरोना को मात दी और परिवार के 10 लोग भी प्रेरणा लेकर हो रहे ठीक

खबरें और भी हैं…



Source link