दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर असुविधाओं से नाराज है गडकरी.
Delhi-Meerut Expressway पर साइकिल और पैदल यात्रियों के लिए अलग से निर्माण होना था. जिसमें 2.5 मीटर चौड़ा साइकल कॉरिडोर और 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया गया हैं. वहीं इस एक्सप्रेसवे पर 4,500 से अधिक लाइटें और कैमरे लगाए गए हैं.
गडकरी ने कही ये बात – नितिन गडकरी ने कहा- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की मैंने तस्वीर देखी है, मैं ठेकेदार का नाम नहीं लेना चाहता. लेकिन, उसने जो एक्सप्रेसवे बनाया है, वह बहुत बुरा और गंदा है. उन्होंने कहा कि, जो लोग इस एक्सप्रेसवे से गुजरते हैं वो शौचालय की सुविधा का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करेंगे.
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इतनी लागत से बना हैं एक्सप्रेसवे- दिल्ली-मेरठ के बीच बनी 82 किमी लंबी सड़क में 60 किमी का हिस्सा एक्सप्रेसवे का है और 22 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का हैं. वहीं इसके निर्माण में करीब 68,346 करोड़ रुपये की लगात आई हैं. इसके साथ ही इस एक्सप्रेसवे पर आवागमन करने वाले लोगों के लिए एम्बुलेंस, क्रेन, पेट्रोल पंप, रेस्तरां, वाहनों का रखरखाव करने वाली दुकानों का निर्माण करना था.वहीं गडकरी ने कहा कि, लोग दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से खुश हैं. जिसके लिए लोग मुझे धन्यवाद दे रहे हैं. लेकिन वो उन बातों का भी ध्यान दिला रहे हैं. जहां इस एक्सप्रेसवे में कमी रह गई है और मानक के अनुसार काम नहीं हुआ हैं. उन्होंने खेद व्यक्त किया कि दिल्ली-मेरठ राजमार्ग ठेकेदार पर्याप्त सड़क के किनारे सुविधाओं का निर्माण करने में विफल रहे हैं, जहां लोग खुद को सहज बना सकते हैं.
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ऐसा बना है एक्सप्रेसवे – दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर साइकिल और पैदल यात्रियों के लिए अलग से निर्माण होना था. जिसमें 2.5 मीटर चौड़ा साइकल कॉरिडोर और 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया गया हैं. वहीं इस एक्सप्रेसवे पर 4,500 से अधिक लाइटें और कैमरे लगाए गए हैं. वहीं ये देश का पहला एक्सप्रेसवे है जहां ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कम फास्टैग आधारित मल्टी लेन फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम भी पेश किया गया है.