बफर जोन में सुरक्षित नहीं वन्यप्राणी!: पानी की तलाश में रिहायशी इलाके की खाक छान रहे एक चीतल पर कुत्तों के झुंड ने किया हमला, नहीं बचाई जा सकी जान

बफर जोन में सुरक्षित नहीं वन्यप्राणी!: पानी की तलाश में रिहायशी इलाके की खाक छान रहे एक चीतल पर कुत्तों के झुंड ने किया हमला, नहीं बचाई जा सकी जान


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छिंदवाड़ाएक घंटा पहले

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घायल अवस्था मे तड़प रहा चीतल

  • वन परिक्षेत्र में गर्मी के आते ही गहराने लगा पेयजल संकट गांव की तरफ पलायन कर रहे हैं वन्य प्राणी

छिंदवाड़ा। पेंच नेशनल पार्क के बफर जोन कुंभपानी रेंज के ग्राम मेघदौन में सोमवार सुबह एक चीतल पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया जिससे बुरी तरह से घायल हुए नर चीतल ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार चीतल पानी की तलाश के भटककर गांव की तरफ आ गया तभी कुत्ते के झुंड ने उस पर हमला कर दिया, इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने चीतल तल को कुत्तों से बचाया तथा वन विभाग को इसकी जानकारी दी लेकिन जब तक बंद कर्मी वहां पहुंचते तब तक घायल चीतल ने दम तोड़ दिया था फिलहाल बंद कर्मियों ने पंचनामा बनाकर उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।

पिछले दिनों काले हिरण की हुई थी मौत

गौरतलब हो कि 1 परी क्षेत्र में पानी की पर्याप्त व्यवस्था ना होने के कारण वन्य प्राणी अक्सर गर्मी के मौसम में गांव की तरफ पलायन करने लगते हैं ऐसे में वे कुत्तों का निवाला बन जाते हैं 15 दिन पहले भी ग्राम नोनी बर्रा में एक काला हिरण इसी तरह से कुत्तों का शिकार बन गया था जिसकी भी उपचार के बाद मौत हो गई थी वन विभाग के सूत्रों के अनुसार गर्मी के मौसम में वन परिक्षेत्र के भीतर बनाए गए जल स्त्रोतों में पानी काफी कम रहता है जिसके कारण वन्य प्राणियों को पानी की तलाश में गांव की तरफ आना पड़ता है।

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