भगवान भरोसे नवजात: संक्रमित नवजात के इलाज के लिए आइसोलेशन में अलग वार्ड है न वेंटीलेटर

भगवान भरोसे नवजात: संक्रमित नवजात के इलाज के लिए आइसोलेशन में अलग वार्ड है न वेंटीलेटर


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खंडवा5 मिनट पहले

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सेवा भारती के काउंटर के सामने मरीजों की सामग्री नीचे पड़ी हुई है।

  • कोरोना संक्रमित व संदिग्ध मरीजों के लिए हैं 360 बेड
  • मेडिकल कॉलेज डीन बोले- नहीं है नवजात का सेपरेट वार्ड

मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित व संदिग्ध के लिए आइसोलेशन वार्ड में 360 बेड है, लेकिन संक्रमित नवजातों के इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.अनंत पवार का कहना है नवजात के लिए अलग से सेपरेट वार्ड व वेंटीलेटर की व्यवस्था कोविड में नहीं है।

वार्ड में बच्चों के डॉक्टर भी ड्यूटी कर रहे हैं। हमने प्रपोजल बनाया है। ऐसे संक्रमितों के इलाज के लिए प्लानिंग की है। फिलहाल हमारे पास कोविड के लेबर केस नहीं आए हैं। पिछले साल के साथ ही इस वर्ष भी पांच साल से कम उम्र वाले बच्चे कोरोना पॉजिटिव मिले थे। फिलहाल दो साल के सबसे कम उम्र वाले संक्रमित को घर पर ही रखकर डॉक्टरों ने इलाज किया।

डॉक्टरों ने कहा बच्चों के लिए भी अलग से कोरोना का आइसोलेशन वार्ड होना चाहिए, क्योंकि संक्रमण के स्ट्रेन में आए बदलाव से बच्चों के संक्रमित होने की संभावना बढ़ गई है।

परिजन के मिलने पर भी पाबंदी

आइसोलेशन वार्ड में मरीजों के परिजन मुलाकात के लिए अधिकारी व स्टाफ से मिन्नत कर रहे हैं। पुनासा निवासी राजेश बोरियाले ने कहा दो दिन से जीजा रामगोपाल की जानकारी नहीं मिल रही है। वे खुद से खाना-पीना नहीं कर रहे हैं। मेरी अपेक्षा है एक व्यक्ति को केवल 10 मिनट के लिए पेशेंट से मिलने दिया जाए। इस पर डीन डॉॅ. पवार ने कहा कोरोना के स्ट्रेन में आए बदलाव के कारण वार्ड में मरीजों के परिजन से मिलने के लिए मना कर दिया। वीसी में बहुत बार बोला गया है। लिखित वाली गाइडलाइन नहीं है।

लापरवाही : मरीज की अपडेट सूचना नहीं

वार्ड में भर्ती मरीजों की जानकारी के लिए बने हेल्प डेस्क पर सूचनाएं नहीं हैं। सहेजला निवासी पुष्पेंद्र मंडलोई ने कहा मां पुष्पाबाई को परसो रात 12.30 बजे यहां पर भर्ती किया। हेल्प डेस्क पर हमने अपने मरीज के बारे में पूछा तो मैडम के पास डेटा नहीं था।

उन्होंने कहा मरीज से पूछो वह किस वार्ड व बेड पर भर्ती है। पंधाना निवासी दीपकसिंह तोमर ने कहा 19 अप्रैल को पिताजी को भर्ती किया था। वे किस हालत में इसकी जानकारी तक नहीं मिल रही। दोस्त ने बताया वे खाना भी नहीं खा रहे हैं। चाय भी वैसी की वैसी रखी हुई थी। क्योंकि वे फोन नहीं उठा रहे हैं।

ओपीडी काउंटर कर दिया बंद

संक्रमित व संदिग्ध मरीजों की सुविधा के लिए एक सप्ताह पहले आइसोलेशन वार्ड की एक खिड़की पर ओपीडी पर्ची काउंटर शुरू हुआ था। जिसे ट्रायल के बाद ही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने बंद कर दिया। डीन डॉ.पवार का कहना है अभी तक सभी मरीज कोरोना के नाम पर यहां आ जाते थे। बिना जरूरत के यहां भर्ती हो जाता था। कौन से पेशेंट को लाना है। इसकी स्क्रीनिंग के लिए हमने ओपीडी काउंटर ट्रायल के बाद बंद कर दिया। अब स्क्रीनिंग के बाद ट्रिपल सी, अस्पताल व यदि जरुरत है तो वह कोविड अस्पताल में आएगा।

कोरोना अपडेट

29 नए संक्रमित मिले, अभी 225 मरीज स्थिर

रविवार को 29 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। इसके साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 225 हो गई। जिले में अभी तक कुल 3476 मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं। जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा ने बताया होम आइसोलेशन में कुल 144 मरीज हैं।

हॉस्पिटल आइसोलेशन में 51 मरीज हैं। चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण से मुक्त होने पर 15 मरीजों को कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किया गया। इस तरह अभी तक कुल 3173 मरीज स्वस्थ्य होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। रविवार को कुल 639 लोगों के सेम्पल लिए गए।

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