दवाओं की ब्लैक मार्केटिंग की तो जब्त होगी संपत्ति, जानिए भोपाल में कब तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू

दवाओं की ब्लैक मार्केटिंग की तो जब्त होगी संपत्ति, जानिए भोपाल में कब तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू


मप्र के गृह मंत्री ने दवाओं की कालाबाजारी करने वालों को चेतावनी दी है.

MP Big News: प्रदेश में दवाओं की कालाबाजारी करने वाले अब बख्शे नहीं जाएंगे. सरकार उनकी संपत्ति जब्त करेगी और जेल भेजेगी. प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 7 मई तक बढ़ा दिया गया है. भोपाल में कोरोना कर्फ्यू 10 मई तक रहेगा.


  • Last Updated:
    April 29, 2021, 12:21 PM IST

भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना के हाहाकार के बीच सरकार ने कई कड़े फैसले लिए हैं. एक ओर जहां दवाओं की ब्लैक मार्केटिंग करने वालों की संपत्ति जब्त होगी, वहीं भोपाल में कोरोना कर्फ्यू 10 मई तक बढ़ाने दिया गया है. हालांकि, बाकी प्रदेश में ये 7 मई तक ही लागू होगा. गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में तो कोरना कर्फ्यू 7 मई तक होगा, लेकिन भोपाल में 10 मई तक होगा. उन्होंने कहा कि 12 हज़ार नए केस भले ही आए हों, लेकिन ठीक होने वाले भी 13 हज़ार हैं. अब उल्टी चक्री घूमने लगी है. अगर ऐसे परिणाम आए तो जल्दी कोरोना पर नियंत्रण कर लेंगे. वैक्सीन को मानें राष्ट्रीय फर्ज: गृह मंत्री गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना का स्थाई इलाज वैक्सीन है, जिसे राष्ट्रीय फ़र्ज़ माना जाना चाहिए. लॉक डाउन के सुखद परिणाम आना शुरू हो गए हैं. अब पॉजिटिव केस कम और स्वस्थ होकर  लौटने वालों की संख्या ज्यादा हो गई है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद कोरोना संक्रमण की खुद मानिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बुधवार को 18 जिलों की समीक्षा की थी. आज 17 जिलों की समीक्षा होगी और कल शुक्रवार को भी 17 जिलों की समीक्षा होगी.ब्लैक मार्केटिंग करने वाले सावधान हो जाएं गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने यह भी कहा कि दवाओं की कालाबाजारी करने वालों की संपत्ति जब्त होगी. मरीजों के परिजन अस्पतालों में भीड़ न लगाएं, इससे संक्रमण ज्यादा फैल सकता है. अशोक नगर में ऑक्सीजन की कमी से 3 लोगो की मौत पर गृह मंत्री ने कहा कि कुछ खबरें सत्य नहीं होतीं. व्यवस्था में कमी हो सकती है, लेकिन उपलब्धता में नहीं. वैक्सीन को लेकर कांग्रेस पर कसा तंज
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने पहले दिन से देश में भ्रम फैला रखा है. इनका काम सिर्फ उंगली उठाना है. ये पहले कहते थे भाजपा की वैक्सीन है. इसमें सुअर की चर्बी मिली है. देश में हाहाकर मचा रहे हैं. जिलाध्यक्षों के साथ कमलनाथ की बैठक पर गृह मंत्री ने कहा कि कमलनाथ बैठकें करें अच्छी बात है. हमारे रोज-रोज कहने से उनमें चेतना आई होगी. यह राहुल गांधी का कहना नहीं मानते, वैसे ही राहुल गांधी उनकी भी नहीं सुनते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस चाहती है कि देश में हाहाकार मचता रहे. इसीलिए वह अनावश्यक विवाद उत्पन्न करती रहती है. अब कोविशिल्ड और कोवैक्सीन को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है. इसके पहले भाजपा की वैक्सीन बता दी. फिर, प्रधानमंत्री जी ने वैक्सीन नहीं लगाई यह कह कर विवाद खड़ा किया गया. अब कांग्रेस शासित  राज्यों में जानबूझकर वैक्सीनेशन कार्य को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है.







Source link