फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स: दिनभर विभागीय काम फिर रात के समय कोविड अस्पताल में ड्यूटी; परिवार वालों का भेजा खाना मरीजों तक पहुंचाते DMO

फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स: दिनभर विभागीय काम फिर रात के समय कोविड अस्पताल में ड्यूटी; परिवार वालों का भेजा खाना मरीजों तक पहुंचाते DMO


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खंडवा6 घंटे पहले

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कोविड अस्पताल के बाहर लगे टेंट पर मरीज के परिवार वालों से एकत्र कराते है भोजन सामग्री

संक्रमण काल में कोरोना संक्रमित मरीजों की स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर लॉकडाउन में फंसे लोगों को घर छोड़ने व उनके राशन-पानी की व्यवस्था में कोरोना वारियर्स जुटे हुए है। इस बीच शासन के अधीनस्थ सरकारी-गैर सरकारी विभागों के अधिकारी भी कंधे से कंधा मिलाकर अपनी अतिरिक्त सेवाएं दे रहे है। खंडवा-बुरहानपुर विपणन संघ के DMO दिनभर गेहूं उपार्जन की व्यवस्था देखते है फिर रात के समय कोविड अस्पताल में ड्यूटी दे रहे है।

बुधवार की रात कोविड अस्पताल पहुंची भास्कर टीम की मुलाकात विपणन संघ के DMO रोहित कुमार श्रीवास्तव से हुई। वे कोविड अस्पताल के बाहर लगाए टेंट में 5 सदस्यीय टीम के साथ ड्यूटी कर रहे थे। यहां अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिवार वाले भोजन आदि सामग्री लाते है, उस सामग्री को मरीज तक पहुंचाने का काम होता है। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहता है। यहीं नहीं संबंधित मरीज तक खाना पहुंचा या नहीं अस्पताल प्रबंधन से फीडबैक लेकर परिवार वालों को देते है। ताकि वे संतुष्ट हो कि उनके द्वारा भेजा खाना पहुंच गया है। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि परिवार वाले जो वार्ड और बेड नंबर बताते है, मरीज उस स्थान पर होता ही नहीं है। इस बीच उनका खाना वापस आ जाता है।

डीएमओ रोहित कुमार श्रीवास्तव

डीएमओ रोहित कुमार श्रीवास्तव

– घर से निकलने के बाद रात के 12 बजे बाद ही जाना होता है

DMO रोहित कुमार श्रीवास्तव ने बताया सुबह उठते ही दिनचर्या अनुसार चाय-नाश्ता व भोजन करनेे के बाद सुबह 10 बजे विपणन संघ के दफ्तर पहुंचना होता है। वर्तमान में गेहूं उपार्जन का काम जारी है। खंडवा सहित बुरहानपुर जिले में गेहूं-चना खरीदी की व्यवस्थाओं का जायजा लेना। किसान व तुलावटियों की समस्या का निराकरण करना, प्रत्येक केंद्र पर समय पर बारदान पहुंचाना और ट्रांसपोर्टर के माध्यम से गेहूं का भंडारण करवाना होता है। किसी तरह शाम के समय वापस दफ्तर पहुंचते है। फिर यहां रात के 8-9 बजे तक किसानों के भुगतान संबंधी काम निपटाते है। जिसके बाद रात के 9 बजे से कोविड अस्पताल आना होता है। यहां करीब 12 बजे तक रहना पड़ता है।

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