अस्पताल के बाहर तड़प कर मौत: आधे घंटे तक नहीं मिला इलाज, डॉक्टर ने देखा तक नहीं माैत, बाद में मेडिकल अफसर ने कहा- मृत अवस्था में ले आए थे

अस्पताल के बाहर तड़प कर मौत: आधे घंटे तक नहीं मिला इलाज, डॉक्टर ने देखा तक नहीं माैत, बाद में मेडिकल अफसर ने कहा- मृत अवस्था में ले आए थे


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मुरैना/जौरा4 मिनट पहले

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मुरैना के जौरा सामुदायिक केंद्र के बाहर युवक की मौत के बाद परिजन रोते हुए।

मुरैना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जौरा में एक बीमार व्यक्ति की इलाज के अभाव में मौत हो गई। बीमार व्यक्ति आधा घंटे तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर तड़पता रहा। डॉक्टर और नर्स ने उसे देखा तक नहीं। बाद में मेडिकल आफिसर ने कहा, दिल की बीमारी से उसकी माैत हुई है। डॉक्टर ने चेक किया था।

युवक अपनी पत्नी व अन्य सदस्य के साथ ग्वालियर से सबलगढ़ जा रहा था। रास्ते में उसकी हालत खराब हो गई। परिजन उसे सुबह 6:30 बजे ऑटो में लिटाकर जौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले गए। वहां पर आधा घंटे तक किसी डॉक्टर ने युवक का चेकअप नहीं किया। बाद में इलाज के अभाव में आधा घंटा तड़पने के बाद युवक की मौत हो गई। युवक के साथ आई महिला दहाड़े मार-मार कर उसके शव से लिपटकर रो रही थी।
मेडिकल ऑफासर ने बताया, मृत अवस्था में ले आए थे
इस मामले में जब ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मनोज त्यागी से बात की गई, तो उन्होंने कहा, युवक को दिल की बीमारी थी। वह बिरला अस्पताल ग्वालियर मैं चेकअप कराने के लिए गया था। वहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने की बात कही थी, लेकिन परिजन उसे वापस ले आए। जब वह जौरा अस्पताल में आए तो ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने उसे चेक किया था, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार वह मृत अवस्था में ही अस्पताल में लाया गया था। इस मामले में अहम बात यह हैै कि जब डॉक्टर द्वारा उसका परीक्षण किया गया, तो उसका नाम और पता अस्पताल में क्यों नहीं दर्ज किया जा सका। हालांकि इस तरह की मृत्यु होने पर उसका पीएम भी कराया जाना चाहिए था।

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