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- If You See Problems, You Set Up An Auto Ambulance By Keeping Oxygen Cylinders And Necessary Medicines.
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भोपाल10 घंटे पहले
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पुराने शहर के जावेद ऑटो से बीमार लोगों को अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाने को ही अपना पारिश्रमिक मानते हैं।
महामारी के बिगड़े हालात जितने डराने वाले हैं, कोशिशों के हाथ और मदद के लिए उठे कदम उससे भी ज्यादा हैं। राजधानी भोपाल में लगातार बिगड़ रहे संक्रमण हालात के बीच जब अस्पताल तक पहुंचने में लोगों को एम्बुलेंस नहीं मिल पाने के अवसाद से गुजरना पड़ रहा है, ऐसे में एक युवक ने अपने ऑटो को हो मिनी एम्बुलेंस में परिवर्तित कर दिया है। मुश्किल समय में यह छोटा साधन भी लोगों के बड़े काम का साबित हो रहा है।
संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को एम्बुलेंस मिलने में हो रही परेशानियों को देखते हुए पुराने शहर के बाशिंदे जावेद खान को ख्याल आया कि वे लोगों की मदद के लिए कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कुछ तकनीकी जानकार लोगों से सलाह ली और अपने कुछ साथियों की मदद से अपने ऑटो को ही एम्बुलेंस बना दिया। महामारी के इस दौर में सबसे ज्यादा हो रही ऑक्सीजन की परेशानी का उन्होंने आंकलन किया और अस्पताल पहुंचने से पहले किसी की मौत न हो इस धारणा के साथ जावेद ने ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर डाली। सैनेटाइजर और कुछ जरूरी दवाओं की उपलब्धता के साथ अब वे शहर की सड़कों पर मौजूद हैं।
सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने इस ऑटो एम्बुलेंस की जानकारी लोगों तक पहुंचाई। जावेद अब तक कई मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का सुकून रखते हैं। वे कहते हैं कि सोशल मीडिया और अखबारों-न्यूज चैनलों से जब शहर में एम्बुलेंस की कमी की जानकारी मिली तो मैंने अपने शहर और यहां के लोगों के लिए कुछ करने की ठानी। ज्यादा कुछ करने की मेरी क्षमता नहीं थी, लेकिन अपने काम के दौरान इतना किया जा सकता था कि बीमारों को इलाज शुरू होने तक की उचित यात्रा करवा सकूं। जावेद ने बताया कि शासन-प्रशासन और शहर की कुछ सामाजिक संस्थाओं का सहयोग है, जिसके चलते वे ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में सफल हो रहे हैं। इस सुविधा के साथ किसी मरीज को अस्पताल तक पहुंचा देना वे अपना सबसे बड़ा पारिश्रमिक मानते हैं।
रिपोर्ट: खान आशु