बाहर से नहीं बुलानी पड़ेगी आक्सीजन: छिंदवाड़ा के बोरिया और सौंसर में शुरू में होंगे दो आक्सीजन प्लांट, आगामी सप्ताह में शुरू हो सकता है उत्पादन

बाहर से नहीं बुलानी पड़ेगी आक्सीजन: छिंदवाड़ा के बोरिया और सौंसर में शुरू में होंगे दो आक्सीजन प्लांट, आगामी सप्ताह में शुरू हो सकता है उत्पादन


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छिन्दवाड़ा8 मिनट पहले

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बोरिया के आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर और एसडीएम

  • सौंसर में भंसाली पालीमर्स लगाएगी 500 टन क्षमता का प्लांट, कलेक्टर से मिली मंजूरी
  • बोरिया में प्लांट शुरू करने के लिए महाराष्ट्र से बुलाए जा रहे है इंजीनियर

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में कोविड संक्रमित मरीजों का आकड़ा बढऩे के साथ ही जिले में आक्सीजन की भी डिमांड तेजी से बढ़ रही है ऐसे में बाहर से आक्सीजन के टेंकर बुलाए जा रहे, इसी बीच एक अच्छी खबर सौंसर के सातनुूर से सामने आ रही है, जहां आक्सीजन की कमी दूर करने के लिए सातनूर में संचालित पालीमर्स कंपनी ने सिविल अस्पताल सौंसर में 500 एलपीएम क्षमता का आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है जिससे सौंसर में ही आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा, कंपनी के प्रबंध निदेशक बाबूलाल भंसाली ने बताया कि उन्होंने इस सबंध में कलेक्टर से चर्चा की है, वहीं जिला पंचायत को 44 लाख ७० हजार रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है, जल्द ही यहां प्लांट से आक्सीजन उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।
पूरे जिले में हो सकेगी सप्लाई
आक्सीजन की भारी कमी के बीच यह प्लांट कोरोना संक्र मित मरीजों के लिए संजीवनी साबित होगा क्योंकि इस प्लांट के लग जाने से ना सिर्फसौंसर अस्पताल बल्कि पूरे जिले में आक्सीजन की सुलभता से सप्लाई हो सकेगी, हालांकि यह प्लांट कब से शुरू होगा यह कहा नहीं जा सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रि या शुरू हो चुकी है। जिससे जिले में आक्सीजन की कमी को पूरा किया जा सकेगा।
बोरिया में प्लांट शुरू करने महाराष्ट्र से बुलाने पड़ रहे है इंजीनियर
बोरिया स्थित ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ होने में एक दिन का समय और लग सकता है।वर्षो से बंद पड़ी मशीनों का फाल्ट ढूंढने में इंजीनियर को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। जबकि मशीन में लगने वाले उपकरण छिन्दवाड़ा नहीं मिल रहे है। महाराष्ट्र के जालना से विशेष इंजीनियर को मशीनों के परीक्षण हेतु बुलाया गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो एक दो दिन में बोरिया प्लांट प्रारंभ हो जायेगा।

अस्पताल का प्लांट फुल

जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज से संबध्द जिला अस्पताल में मरीजों के लिये निरंतर ऑक्सीजन की उपलब्धता की जा रही है, जिसके लिए जिला अस्पताल में स्थापित 13 किलो लीटर क्षमता के प्लांट को लिक्विड ऑक्सीजन से लगातार रिफिल किया जा रहा है और सेंट्रलाईज्ड ऑक्सीजन सुविधा के माध्यम से मरीजों को निरंतर ऑक्सीजन उपलब्ध करा उनका उपचार कराया जा रहा है। इसी कडी में 30 अप्रैल की सुबह इस टैंकर को वैंडर द्वारा पुन: 10.6 केएल लिक्विड ऑक्सीजन से भर दिया गया है, आगामी दो-तीन दिनों तक ऑक्सीजन की कोई कमी यहां नहीं रहेगी।

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